Jharkhand Weather Update: झारखंड इस बार भी मानसून देरी से पहुंचेगा. बता दें कि, इस बार प्रदेश में मानसून 19 जून तक पहुंचने का अनुमान है. जबकि राज्य में इसके 12 जून को प्रवेश करने की डेट तय है. राज्य में जब-जब भी मानसून देरी से आया है, यहां सामान्य से कम बारिश हुई है और इसका सीधा असर खेती पर पड़ा है. दरअसल, राज्य में मानसून सीजन में 1022.9 मिमी बारिश को सामान्य माना जाता है. मौसम विभाग के पिछले नौ साल के आंकड़ों को देखें तो सात साल यहां मानसून देरी से पहुंचा है और 2016 व 2021 को छोड़कर हर बार सामान्य से कम बारिश हुई है.
वहीं 2018 में मानसून सबसे ज्यादा देरी से 25 जून को झारखंड में पहुंचा था और उस बार सबसे कम 784.4 मिमी बारिश हुई थी. अब इस बार भी मानसून के देरी से आने की संभावना है. ऐसे में किसान परेशान होने लगे हैं. उन्हें चिंता सताने लगी है कि समय पर बुआई हो पाएगी या नहीं. बता दें कि, 2022 में 18 जून को मानसून ने झारखंड में प्रवेश किया था, यानी छह दिन लेट मानसून आया था. उस साल पूरे मानसून सीजन में 817.6 मिमी बारिश हुई थी. समय पर बारिश न होने पर बुआई प्रभावित हुई. सरकार ने सिमडेगा और पूर्वी सिंहभूम को छोड़कर 22 जिलों के 226 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित किया था. एक अनुमान के मुताबिक उस साल करीब 30 लाख किसान प्रभावित हुए थे. राज्य में करीब 38 लाख हेक्टेयर जमीन खेती लायक है. इनमें से सिर्फ 22.38 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हो पाती है.
झारखंड में देरी से आएगा मानसून
मौसम केंद्र रांची के मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि, केरल में मानसून लेट होने की वजह से झारखंड में भी मानसून देरी से पहुंचेगा. उम्मीद है कि 18 से 19 जून तक मानसून झारखंड में पहुंच जाएगा. वहीं चिलचिलाती गर्मी के बीच बुधवार को अचानक झारखंड का मौसम बदला और शाम में बादल छा गए. रांची सहित कई इलाकों में हल्की बारिश हुई. वहीं दुमका और आसपास के इलाकों में बारिश के साथ जमकर ओले भी गिरे. ओले इतने बड़े थे कि सड़क किनारे खड़ी करीब दर्जनभर गाड़ियों के शीशे टूट गए. हालांकि, बारिश के बाद मौसम में कुछ ठंडक आई है.
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