Jharkhand: मुखिया हत्याकांड का दुमका पुलिस ने किया खुलासा, 5 लाख की सुपारी देकर कराई गई थी हत्या, 5 गिरफ्तार
Mukhiya Murder Case: दुमका जिले के हंसडीहा थाना क्षेत्र में हुई बड़ेत गांव के मुखिया सुरेश मुर्मू की हत्या का केस सुलझ गया है. पुलिस ने हत्याकांड में एक मुखिया सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
Dumka Crime News: दुमका पुलिस ने मुखिया सुरेश मुर्मू हत्याकांड का खुलासा करते हुए इस कांड मे शामिल एक अन्य मुखिया, एक पूर्व मुखिया और सुपारी किलर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि इस हत्याकांड मे एक मुखिया ने आपसी रंजिश और जमीन विवाद को लेकर प्रतिद्वंदी को रास्ते से हटाने के लिए षड्यंत्र रचा और अपनी मां यानी पूर्व मुखिया के हार का बदला लेने के लिए पारा टीचर के साथ मिलकर पांच लाख रुपये में सुपारी किलर से डील कर मुर्मू की हत्या करा दी. पुलिस के लिए चुनौती बने इस हत्याकांड को पुलिस ने 72 घंटे के अंदर सुलझा लिया. पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, दो बाइक और मोबाइल भी जब्त कर लिया है.
एक अन्य मुखिया सहित 5 आरोपी गिरफ्तार, पिस्टल व अन्य सामान जब्त
दुमका जिला के हंसडीहा थाना क्षेत्र के जलवे गांव के पास 18 अप्रैल को बड़ेत गांव के मुखिया सुरेश मुर्मू की हत्या का मामला सामने आया था. इस मामले में कुल सात आरोपियों में से पुलिस ने एक वर्तमान मुखिया सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो फरार हैं. पुलिस ने इनके पास से एक काले रंग की अमेरिका निर्मित पिस्टल, खाली मैगजीन, दो मोटरसाइकिल और 5 मोबाइल फोन जब्त किए हैं.
जालवे गांव के पास मारी गई थी गोली
एसपी अम्बर लकड़ा के अनुसार, हंसडीहा थाना प्रभारी सुगना मुंडा को जालवे गांव के पास एक व्यक्ति को गोली मार दिए जाने की सूचना मिली थी. इस सूचना पर एस आई सचिन मिश्रा, एएसआई रामनाथ खेरवार व सशस्त्र बल व चौकीदार के साथ जालवे गांव के घटनास्थल पहुंचे तो आस-पास के लोगों ने बताया कि गोली लगने से घायल व्यक्ति पंचायत के मुखिया सुरेश मुर्मू हैं, जिन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सरैयाहाट भेजा गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सरैयाहाट से ही शव का पोस्टमार्टम के लिए दुमका भेज दिया.
मुखिया की पत्नी के आवेदन के बाद दर्ज हुई नामजद प्राथमिकी
मौत के बाद मृत मुखिया की पत्नी सुरुजमुनी टुडू के आवेदन के आधार पर षडयंत्र कर हत्या करने का हंसडीहा थाना में मामला दर्ज किया गया. एसपी ने इस हत्याकांड को सुलझाने के लिए एसडीपीओ शिवेन्द ठाकुर नेतृत्व में SIT (एसआईटी) का गठन किया. इस एसआईटी की टीम ने एक आरोपी संतोष यादव को घेरकर पकड़ लिया.
उसने अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि हंसडीहा पंचायत की मुखिया आशा हेम्ब्रम का बड़ेत पंचायत के मुखिया सुरेश मुर्मू का पूर्व से निर्माण कार्य के ठेका को लेकर और पंचायत चुनाव में आशा हेम्ब्रम की मां तालको सोरेन की हार को लेकर और जमीन विवाद में सुरेश मुर्मू का विपक्षी की मदद करने की वजह से मनमुटाव था. हंसडीहा पंचायत में आशा हेम्ब्रम के समर्थकों को अपनी ओर मिलाकर विरोध करने से इनका वर्चस्व कम हो रहा था, जिसकी वजह से इन लोगों ने वर्त्तमान मुखिया सुरेश मुर्मू की हत्या हंसडीहा चौक के राहुल कुमार वर्मा व उसके साथियों से पांच लाख रुपये की सुपारी देकर करा दिया.
हंसडीहा पंचायत की मुखिया आशा हेम्ब्रम ने हत्यारे को दिया एक लाख एडवांस
हत्यारों को एडवांस के तौर पर हंसडीहा पंचायत की मुखिया आशा हेम्ब्रम एक लाख रुपये दिए जिसे राहुल कुमार वर्मा ने हथियार खरीदने व अन्य साथियों को देकर खर्च कर दिया. अभियुक्तों के निशानदेही पर कांड में प्रयुक्त पिस्टल को भी बरामद किया गया है. पुलिस ने गोड्डा के पगवारा गांव निवासी पेशेवार हत्यारा संतोष प्रसाद यादव, हंसडीहा की मुखिया आशा हेम्ब्रम, प्रतिद्वंदी जालवे गांव की पूर्व मुखिया तालोको सोरेन, पगवारा के पारा टीचर रोहित कुमार अमरपुर थाना क्षेत्र के कुशमहा गांव के राहुल कुमार,और निर्मल कुमार वर्मा को गिरफ्तार किया गया है. जबकि दो पुलिस के गिरफ्त से बाहर है.
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