Farm Laws Repeal: मोदी सरकार ने वापस लिए तीनों कृषि कानून, JMM बोली- संघर्ष की हुई जीत
Farm Laws: कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान होने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा की तरफ से ट्वीट कर कहा गया है कि, 'पूरे देश के कृषकों को नमन. आज दम्भ के समक्ष संघर्ष की जीत हुई है.
Jharkhand Mukti Morcha Reaction on Farm Laws Repeal: केंद्र के नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसान पिछले करीब एक साल से आंदोलन (Farmers Protest) कर रहे हैं. आज गुरु पुर्णिमा के मौके पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज देश के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान कर दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं सभी को बताना चाहता हूं कि हमने तीनों कृषि कानून को निरस्त करने का फैसला किया है.
संघर्ष की जीत हुई है
कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान होने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा की तरफ से ट्वीट कर कहा गया है कि, 'पूरे देश के कृषकों को नमन. आज दम्भ के समक्ष संघर्ष की जीत हुई है. तीनों काले क़ानून वापस. #किसानआंदोलन'
पूरे देश के कृषकों को नमन।
— Jharkhand Mukti Morcha (@JmmJharkhand) November 19, 2021
आज दम्भ के समक्ष संघर्ष की जीत हुई है।
तीनों काले क़ानून वापस। #किसानआंदोलन
टूट गया अभिमान, जीत गया मेरे देश का किसान
पीएम मोदी की ओर से कृषि कानूनों को वापस लेने के एलान के बाद कांग्रेस ने ट्वीट किया, ''टूट गया अभिमान, जीत गया मेरे देश का किसान.''
टूट गया अभिमान, जीत गया मेरे देश का किसान।
— Congress (@INCIndia) November 19, 2021
लिया गया ये फैसला
इस बीच ये भी बता दें कि, आज ही सरकार ने कृषि क्षेत्र से जुड़ा एक और अहम फैसला लिया है. जीरो बजट खेती यानी प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए, देश की बदलती आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर क्रॉप पैटर्न को वैज्ञानिक तरीके से बदलने के लिए, एमएसपी को और अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए, ऐसे सभी विषयों पर भविष्य को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेने के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा. इस कमेटी में केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के प्रतिनिधि होंगे, किसान होंगे, कृषि वैज्ञानिक होंगे, कृषि अर्थशास्त्री होंगे.
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