Jharkhand Politics Over Recovery of AK-47 in ED Raid: ईडी ने झारखंड के चर्चित पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश (Prem Prakash) को गिरफ्तार कर लिया है. उसके डेढ़ दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर ईडी की बुधवार को छापामारी की थी. इस दौरान उसके रांची (Ranchi) के हरमू कॉलोनी स्थित किराए के मकान से 2 AK-47 राइफलें और 60 कारतूस बरामद किए गए थे. प्रेम प्रकाश सत्ता और राज्य की टॉप ब्यूरोक्रेसी का बेहद करीबी रहा है. मनी लॉड्रिंग (Money Laundering) मामले में उसके खिलाफ ईडी ने कई सबूत जुटाए हैं. इस बीच ईडी (ED) की छापेमारी में 2 एके-47 राइफलों और 60 कारतूस की बरामदगी को लेकर बीजेपी सीएम हेमंत सोरेन पर हमलावर हो गई है. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने कहा कि प्रेम प्रकाश के यहां से AK-47 की बरामदगी बताती है कि ये राजनीति के अपराधीकरण और आतंकवाद से जुड़ा मामला है.


बीजेपी ने पुलिस की थ्योरी पर उठाए सवाल 
बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर कहा कि, ''सुना है दलालों के सरगना प्रेम प्रकाश को बचाने के लिए झारखंड पुलिस एक फिल्मी कहानी की पटकथा लिख रही है. बॉडीगार्डस के नाम एके-47, उसकी तैनाती किसी दूसरे के साथ, काम किसी तीसरे के साथ और मालखाना प्रेम प्रकाश का घर. अब ये साफ लग रहा है कि राज्य के मुख्यमंत्री जो कि गृह मंत्री भी हैं, की देखरेख में ही सरकारी हथियारों का भी अवैध गलत इस्तेमाल करवाया जा रहा होगा? और हो न हो उग्रवादियों-आतंकवादियों तक की सरकारी हथियारों तक पंहुच होगी? एनआईए इस मामले को गंभीरता से लें और गहराई से इसकी जांच करे.''






NIA करे जांच 
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर कहा कि, "झारखंड के मुख्यमंत्री जी और उनके पारिवारिक मित्र अमित अग्रवाल जी के सहयोगी झारखंड के दलालों के सरगना प्रेम प्रकाश जी के यहां ईडी ने एके-47 बरामद किया है. इसकी जांच एनआईए को अपने हाथों में लेना चाहिए."






'की जाएगी कानूनी कार्रवाई' 
इधर, झारखंड सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक प्रेस नोट जारी कर राज्य में चल रही ईडी की छापेमारी के संदर्भ में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नाम आरोपी के साथ जोड़े जाने के मामले पर गहरी आपत्ति जताई है. कहा गया है कि ये किसी भी राज्य सरकार के मुख्यमंत्री के सार्वजनिक पद की गरिमा का पूर्ण उल्लंघन है. झारखंड सरकार ने भारत सरकार की एजेंसियों द्वारा की गई सभी जांच और कार्रवाई में अब तक हरसंभव सहयोग प्रदान किया है. इस मामले में कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म भी मुख्यमंत्री को बदनाम करने वाला पोस्ट कर रहे हैं, ये दुर्भाग्यपूर्ण है. इस मामले में उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी.


ये भी पढ़ें:


Jharkhand Politics: हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता पर खतरा, जानें कौन बन सकता है झारखंड का नया CM


CM Hemant Soren Disqualification: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता रद्द, चुनाव आयोग ने भेजी राज्यपाल को रिपोर्ट- सूत्र