Jharkhand News: मलेशिया (Malaysia) में फंसे गिरिडीह(Giridih), हजारीबाग (Hazaribagh) और बोकारो(Bokaro) के 22 कामगारों की गुरुवार को झारखण्ड वापसी हो गई, जबकि शेष आठ कामगारों की वापसी हेतु राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष एवं मलेशिया स्थित भारतीय उच्चायोग कंपनी प्रबंधन से लगातार संपर्क में हैं. राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष ने इस घटना पर संज्ञान लेते हुए कार्य करना शुरू किया.


सूत्रों के अनुसार सभी कामगार 30 जनवरी 2019 से लीड इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन एसडीएन बीएचडी(Lead Engineering & Construction SDN BHD) में लाइनमैन के रूप में कार्यरत थे. 30 सितम्बर 2021 को सभी का अनुबंध ख़त्म हो चुका था और अक्टूबर 2021 से जनवरी 2022 तक उन्होंने कंपनी के कहने पर बिना अनुबंधन के काम किया, जिसका वेतन उन्हें नहीं मिला.


सोशल मीडिया पर कामगारों  ने लगाई गुहार 


सरकार के हस्तक्षेप करने पर कामगारों  का वेतन दिया गया. इसके बाद वापसी के दौरान कुछ कामगार कोविड जांच में संक्रमित मिले थे, जिससे उनकी वापसी अटक गयी थी. आपको बता दें कि पिछले दिनों इन श्रमिकों ने राज्य सरकार से अपनी सुरक्षित वापसी हेतु सोशल मीडिया के माध्यम से गुहार लगाई थी. सरकारी प्रवक्ता के अनुसार इसके बाद मुख्यमंत्री ने राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष को सभी कामगारों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का आदेश दिया था.


दो सालों से कर रहे थे काम


राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष ने इस घटना पर संज्ञान लेते हुए कार्य करना शुरू किया. इस दौरान पता चला कि सभी कामगार 30 जनवरी 2019 से लीड इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन एसडीएन बीएचडी में लाइनमैन के रूप में कार्यरत थे और 30 सितंबर 2021 को सभी का कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो चुका था. इसके बाद अक्टूबर 2021 से जनवरी 2022 तक उन्होंने कंपनी के कहने पर बिना कॉन्ट्रैक्ट के 4 महीने तक काम किया, इन चार महीनों में उन्हें कोई  पेमेंट नहीं दिया गया.


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