Jharkhand: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) 30 अक्टूबर को अपने दो दिवसीय यात्रा को लेकर दुमका पहुंचेंगे. जहां करीब 200 करोड़ की लागत से उपराजधानी दुमका के कुमाड़ाबाद से मकरमपुर गांव के बीच मयूराक्षी नदी पर बने राज्य का सबसे लम्बा ब्रिज का उद्घाटन करेंगे. यह ब्रिज करीब 2.34 किमी का है. झारखंड से पश्चिम बंगाल की दूरी कम करने वाली रोजगार के दृष्टि यह ब्रिज काफी अहम माना जा रहा है.
यही नहीं प्राकृतिक दृष्टि से भी यह ब्रिज लोगों को काफी लुभा रहा है. इस ब्रिज के बीचो बीच चौड़ा किया गया है ताकि यहां घूमने वालों के वाहनों को किसी मुश्किल का सामना नहीं करना पड़े. इस स्थान लोग प्राकृतिक दृश्यों को सेल्फी पोइट्स के हिसाब से अपने कैमरे कैद कर इसका आनंद उठा सकते है. नदी के बीच बनी ब्रिज से लोग प्रकृति की मनोरम दृश्य को अपने कैमरे में कैद कर आनंद उठा रहे है.
दुमका का इतिहास
बता दें कि जिस इलाके में यह ब्रिज बनी है इससे पहले दुमका इसी जगह था बाद में दुमका करीब दस किलोमीटर दूर बस गया. इतिहास यह भी है कि पूर्व में अंग्रेज इसी इलाके से अफीम की खेती करते थे. लेकिन देश आजाद होने के बाद यह खेती बंद हो गई. यहां यह भी बताना जरूरी है यह गांव मयूराक्षी नदी पर डैम बनने के बाद विस्थापन का शिकार हो गया.
मुख्यमंत्री कार्यक्रम की तैयारियां पूरी
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए तैयारी को लेकर जिला प्रशासन ने कार्यक्रम स्थल का दौरा किया. डीसी ए दोड्डे के अनुसार तैयारी लगभग पूर्ण कर ली गई है. वहीं सुरक्षा को लेकर जिले के एसपी ने कहा कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये है. नक्सल ग्रस्त इलाका होने के कारण विशेष रूप से पुलिस सतर्क और चौकस है. कार्यक्रम से पूर्व जिला प्रशासन ने सभी अधिकारियों के साथ बैठक कर आयोजन को सफल बनाने के लिये आवश्यक निर्देश दिये है.
इधर आज ग्रामीणों को पुल पार कर अपने गांव जाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. कहीं घूमने आए पर्यटकों को भी वापस होना पड़ा. बता दें पुल और सीएम की सुरक्षा में लगे पुलिस सुरक्षा के दृष्टि से वापस लौटा दिया.
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