Jharkhand News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश के बाद झारखंड में भी बुलडोजर चलने लगा है. आज दुमका में जिला प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर अवैध कारोबार पर नकेल कसी. यह कार्रवाई दुमका के शिकारिपड़ा प्रखंड इलाके मे चल रहे अवैध पत्थर उद्योग पर की गई. इलाके के दर्जनों क्रशर और उनके ऑफिस को जेसीबी मशीन से धवस्त कर दिया गया. 


पहली बार हुई इतनी बड़ी कार्रवाई
जिला प्रशासन ने अवैध माइंस को जमींदोज कर दिया, जिसमें 50 छोटे क्रशर उद्योग एक दर्जन बड़े क्रशर उद्योग शामिल है, जबकि एक दर्जन क्रशर सील करने की कार्रवाई की गई. इस कार्रवाई के बाद करीब आठ लोगों को पूछताछ के लिए थाना लाया गया है, जबकि दो लोगों गिरफ्तारी की गई है. बताया जा रहा है दुमका में पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई की गई है. अवैध रूप से चल रहे पत्थर उद्योग को पूरी तरह तोड़ने के लिए 55 वाहनों के साथ 14 टीम बनाई गईं थी. एक टीम मे 11 सदस्य थे. टीम में दुमका डीसी रवि शंकर शुक्ला, डीडीसी, एसडीओ, सहित भारी संख्या में पदाधिकारी मौजूद थे.


इलाके में चलाए जा रहे 550 क्रशर
बता दें कि इलाके में करीब 550 से अधिक क्रशर और माइंस उद्योग चलाए जा रहे हैं, लेकिन सरकारी आकड़ों मे महज 120 क्रशर और 67 पत्थर माइंस हैं. बावजूद इसके बिना किसी भय के अवैध रूप से कारोबार चलाये जा रहे थे. आज दर्जनों इलाकों मे टीम पहुंचकर अवैध रूप से चल रहे अवैध उद्योग को बुलडोजर से धवस्त और शील करने का कार्य किया. यहीं नहीं अधिकारीयों ने रेलवे साइडिंग पर भी नकेल कसने की कोशिश की. वाहन से तीन ट्रकों को खुद डीसी ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया है. बताया जा रहा है इतनी बड़ी कार्रवाई पहली बार हुई है.


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