Jharkhand News: झारखंड के नक्सलग्रस्त इलाके दुमका (Dumka News) में चल रहे अवैध कोयला (Illegal Coal) के कारोबार पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन की टास्कफोर्स टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. जिला प्रशासन की इस कार्रवाई से अवैध कारोबारियों में हड़कंप मच गया है. इलाके में एकाएक छापेमारी होते देख कोयले के काले कारोबारी भी अवैध खदान छोड़ कर भाग खड़े हुए. छापेमारी के दौरान जिला प्रशासन ने अवैध कोयला खदानों को जेसीबी मशीन से डोजरिंग करके बंद कर दिया है.
मिली जानकारी के अनुसार प्रशासन ने शिकारीपाड़ा वन क्षेत्र में बादलपाड़ा और लुटिया पहाड़ के जंगली इलाकों में अवैध रूप से चल रहे कोयला कारोबार पर छापेमारी कर बड़ी कार्रवाई की है. दुमका के डीएमओ कृष्ण कुमार के नेतृत्व में सीओ ,पुलिस विभाग के एसडीपीओ और स्थानीय पुलिस की टीम ने छपेमारी कर कार्रवाई को अंजाम दिया. टास्कफोर्स टीम द्वारा किये इस छापेमारी से कोयला कारोबारी में हड़कंप मचा रहा. अधिकारियों के कोयला खदान पहुंचते ही खनन करने वाले मजदूर और माफिया भाग खड़े हुए. इसके बाद प्रशासन ने 24 से ज्यादा अवैध कोयला खदानों को डोजरिंग कर बंद किया.
बंगाल में बेचते हैं अवैध कोयला
बता दें कि यह इलाका वन विभाग के अंतर्गत आता है. नक्सली क्षेत्र होने का फायदा उठा कर अवैध कोयला कारोबारी इन जंगली इलाको में सुरंग बनाकर कोयला उत्खनन करते है और उन कोयलों को इन्ही जंगली इलाकों से ले जाकर पड़ोस के राज्य पश्चिम बंगाल में बेचते हैं. पहाड़ के नीचे बने सुरंग से कई बार हादसा भी हुआ जिसमें कई लोगों की मौत भी हो चुकी है.
दुमका के उपायुक्त ने टास्कफोर्स टीम को अवैध कोयले खदान को बंद कर इस कारोबार से जुड़े लोगों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. सोमवार को टास्कफोर्स टीम ने जेसीबी मशीन के जरिये अवैध कोयला खदान को डोजरिंग कर अवैध खदान को बंद कर दिया. टास्कफोर्स की अगुवाई कर रहे डीएमओ कृष्ण कुमार ने कहा कीकिसी कीमत पर अवैध कारोबार नहीं होने दिया जाएगा. इस इलाके में अवैध कोयला कारोबार से जुड़े कई लोगों को चिन्हित किया गया है जिनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
एसडीपीओ और सीओ ने क्या कहा?
वहीं एसडीपीओ नूर मुस्तफा ने कहा कि यह इलाका जंगली होने के साथ-साथ नक्सलग्रस्त और दूर भी है. इसी वजह से छापेमारी के बारे में पहले से ही माफिया को जानकारी मिल जाती है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि आरोपियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी. दूसरी ओर सीओ राजूकमल ने माना कि इलाके में अवैध कोयला का उत्खनन किया जा रहा है. इसकी शिकायत मिलते ही कार्रवाई करने के लिए यहां पहुंचे.
गौरतलब है कि दुमका में चल रहे अवैध कारोबार पर लगाम कसने के लिए जिला प्रशासन ने कार्रवाई शुरु कर दिया है लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा किये जा रहे कार्रवाई की भनक पहले ही लग जाने से एक भी अवैध कारोबारी टास्कफोर्स टीम के हत्थे चढ़ नहीं पा रहे हैं. कार्रवाई थोड़े दिन तक तो अवैध कारोबारी शांत बैठे रहते हैं लेकिन कुछ दिन बाद फिर ये धंधा शुरू कर देते हैं. दावा है कि कोयले के इस काले कारोबार में अधिकारियों की मिली भगत होने की वजह से माफिया बच निकलते हैं.