Chatra News: झारखंड के चतरा जिले में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन) प्रस्तुति कमेटी के उग्रवादियों ने रेलवे की एक कंस्ट्रक्शन साइट पर हमला बोलकर उत्पात मचाया. उन्होंने कन्स्ट्रक्शन साइट पर एक पोकलेन मशीन को भी आग लगा दी. काम कर रहे पांच लोगों की बुरी तरह पिटाई की और इसके बाद पर्चा छोड़ गए कि संगठन की इजाजत के बगैर काम किया तो इसका अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें. घटना मंगलवार देर रात की है. टंडवा थाना क्षेत्र शिवपुर-कठौतिया रेलवे लाइन पर निर्माण का काम चल रहा है. यहां एक दर्जन हथियारबंद उग्रवादी पहुंचे और कर्मियों को अपने कब्जे में लेकर पोकलेन मशीन में डीजल छिड़ककर आग लगा दी.
उग्रवादियों की पिटाई से पांचों कर्मी घायल हो गए हैं, जिनका इलाज टंडवा अस्पताल में चल रहा है.
सूचना पर घटना के बाद एसडीपीओ शंभूनाथ सिंह, पुलिस इंस्पेक्टर विजय सिंह दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. मौके से संगठन की सब जोनल कमेटी की ओर से छोड़ा गया एक हस्तलिखित पर्चा मिला है. पर्चे में जमीन दलाल, कोल माफिया, एनटीपीसी ट्रांसपोर्टरों समेत अन्य निर्माण एजेंसियों को चेताया गया है.
बता दें कि बीते एक साल राज्य के अलग-अलग इलाकों में रेलवे के कन्स्ट्रक्शन साइट पर लगभग एक दर्जन हमले हुए हैं. इन हमलों के पीछे नक्सली और संगठित आपराधिक गिरोह हैं.
रेलवे विकास निगम लिमिटेड रांची के मुख्य परियोजना प्रबंधक विशाल आनंद ने हमलों की लगातार हो रही घटनाओं पर राज्य सरकार के गृह विभाग को हाल में पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी.
सुरक्षा बलों ने पांच आईईडी विस्फोटकों का पता लगाया
इससे पहले सिंहभूम जिले में सुरक्षा बलों ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी (भाकपा-माओवादी) द्वारा लगाए गए पांच शक्तिशाली आईईडी विस्फोटकों का पता लगाया है. पुलिस ने यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि भाकपा (माओवादी) के नक्सलियों ने जिले में नक्सल-विरोधी अभियान पर निकले सुरक्षा कर्मियों को निशाना बनाने के मकसद से ये आईईडी लगाए थे.
पुलिस ने सोमवार को एक बयान में कहा कि 20 किलोग्राम और 12 किलोग्राम सहित चार आईईडी को तुंबाहाका गांव के पास जंगल से बरामद किया गया जबकि पांच किलोग्राम का एक आईईडी छोटा कुईरा और माराडिरी गांव के बीच एक वन क्षेत्र में मिला.
उन्होंने पत्र में ऐसी कुछ घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा था कि इस वजह से रेलवे की कई परियोजनाएं बाधित हो रही हैं.