12वीं की छात्रा को पेट्रोल छिड़ककर जलाया, भारी सुरक्षा में निकली शव यात्रा, सोरेन सरकार ने कहा- बख्शे नहीं जाएंगे दोषी
झारखंड की राजधानी में 23 अगस्त को नाबालिग लड़की के ऊपर पड़ोस में रहने वाले शाहरुख ने पेट्रोल डाल आग लगा दिया था. जिसमें रविवार को नाबालिग लड़की की मौत हो गई.
Ranchi News: झारखंड की उस बेटी ने रविवार को रांची में दम तोड़ दिया, जिसे 23 अगस्त को उसके पड़ोस में रहने वाले शाहरुख ने पेट्रोल (Petrol) डालकर आग के हवाले कर दिया था. इस मामले में आरोपी शाहरुख समेत दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. आरोप है कि शाहरुख एक तरफा प्यार में पागल हो चुका था और उस लड़की के साथ बदतमीजी भी किया करता था.
घटना से क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव व्याप्त हो गया है और बजरंग दल एवं विश्व हिंदू परिषद के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने आज दुमका बाजार में बंद रखा और विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने शाहरुख के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की मांग की है. हालात को काबू में करने के लिए दुमका शहर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया.
दुमका के पुलिस अधीक्षक ने क्या कहा?
दुमका के पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा ने बताया कि इस घटना में युवती 90 फीसदी झुलस गयी थी. इलाज के लिए रांची स्थित रिम्स में भर्ती कराया गया था. जहां रविवार तड़के ढाई बजे उसकी मौत हो गयी. उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद युवती अंकिता का शव दुमका लाया जायेगा. उन्होंने बताया कि युवती के जेरुवाडीह मोहल्ले स्थित घर पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं. बीजेपी महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने भी मोर्चा खोल दिया और हेमंत सरकार पर हमला बोल दिया. इस पूरे मामले पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के बड़े नेता रघुवर दास भी सामने आए और हेमंत सोरेन को घेरते हुए अलग रंग देने की कोशिश की.
पूर्व सीएम ने लगाया सरकार पर आरोप
पूर्व सीएम रघुवर दास ने कहा, ''धर्म के नाम पर इंसाफ में भी भेदभाव किया जा रहा है, परिवार ने पहले भी शिकायत की थी लेकिन सरकार का समुदाय विशेष से लगाव है इसलिए कोई कार्रवाई नहीं की." इस सिलसिले में गोड्डा से भाजपा सांसद डा. निशिकांत दुबे ने ट्वीट किया है, "काश दुमका की बेटी अंकिता को हमलोग शाहरुख़ जैसे दरिंदे से बचा पाते." सांसद ने आगे दुमका के पुलिस उपाधीक्षक की भूमिका पर सवाल उठाते हुए लिखा है, "मुस्लिम पदाधिकारी नूर मुस्तफ़ा का अपराधी का साथ देना देश के लिए घातक. संथालपरगना अपनी बेटी की हत्या के बाद उद्वेलित है."
चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर
वहीं दुमाक में बिगड़े हालात को संभालने के लिए प्रशासन ने चप्पे चप्पे पर पुलिस की तैनाती कर दी है. किसी भी बाहरी व्यक्ति को शहर में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है और शहर में धारा 144 लागू कर दिया गया है.