Jharkhand News: झारखंड में आतंक का पर्याय बन चुके पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के सुप्रीमो दिनेश गोप (Dinesh Gope) को गिरफ्तार कर लिया गया है. दरअसल, पुलिस के पास उसकी असली तस्वीर तक नहीं थी. पुलिस ने 25 लाख इनाम के साथ तीन बार उसकी तस्वीर जारी की, जो अलग-अलग थी. अब जिसे गिरफ्तार किया गया, वह तस्वीरों से मेल ही नहीं खाता है. गोप पर झारखंड, बिहार और ओडिशा के कई थानों में 150 से ज्यादा केस दर्ज हैं. इसके साथ ही एनआईए (NIA) ने भी उस पर 5 लाख रुपये का इनाम रखा था. इस तरह उस पर कुल 30 लाख रुपये का इनाम था. बता दें कि, इस खूंखार नक्सली को पड़ोसी देश नेपाल से गिरफ्तार किया गया है.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उसे नेपाल से पकड़ा है. हालांकि, इस बात की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है कि दिनेश गोप को कहां से गिरफ्तार किया गया, लेकिन दिल्ली से उसे रांची ले आया गया है. शाम 5:30 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से बाहर लाया गया. झारखंड पुलिस और एनआईए ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप को गिरफ्तार किया है. उस पर कुल 30 लाख रुपये का इनाम था. इस शख्स ने पिछले दो दशक से झारखंड के अलग-अलग राज्यों में आतंक मचा रखा था.
दिनेश गोप पर लगभग 150 मुकदमे दर्ज
झारखंड में उस पर करीब 150 मुकदमे दर्ज हैं. नेपाल से गिरफ्तार दिनेश गोप को पहले दिल्ली लाया गया. वहां से उसे रांची लाया गया. झारखंड पुलिस की नाक में दम कर देने वाले दुर्दांत नक्सली दिनेश गोप ने नेपाल में अपना वेश बदल लिया था. वह सरदार यानी पंजाबी के वेश में नेपाल में छिपकर रह रहा था. झारखंड में कई बार सुरक्षा बलों ने उसे घेरा, लेकिन हर बार वह बच निकलने में कामयाब रहा. कई बार मुठभेड़ में भी घिरा, लेकिन सुरक्षा बलों से जान बचाकर भाग निकला. पिछले काफी दिनों से वह नेपाल में छिपकर रह रहा था.
इन मामलों में था आरोपी
आखिरकार शनिवार देर शाम दिल्ली की एनआईए की स्पेशल टीम ने झारखंड पुलिस की मदद से उसे धर दबोचा. दिनेश गोप पर कई संगीन आरोप हैं. सुरक्षा बलों पर हमला करने के अलावा उस पर लेवी वसूलने, लेवी के लिए ठेकेदारों-व्यापारियों को धमकी देने और उन्हें डराने-धमकाने के भी आरोप हैं. इतना ही नहीं, दिनेश गोप पर टेरर फंडिंग के भी आरोप हैं. टेरर फंडिंग मामले में ही एनआईए ने उसके खिलाफ जांच शुरू की थी. बता दें कि वर्ष, 2020 में ही एनआईए ने दिनेश गोप की दोनों पत्नियों हीरा देवी और शकुंतला कुमारी को गिरफ्तार किया था.