सनातन धर्म पर उदयनिधि स्टालिन के बयान को लेकर भड़के निशिकांत दूबे, बोले- 'राहुल गांधी के शिष्य हैं, वह माफी क्यों मांगेंगे?'
Udhayanidhi Stalin Remarks: उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू से करते हुए कहा था कि, ऐसी चीजों का विरोध नहीं करना चाहिए बल्कि नष्ट कर देना चाहिए.
Udhayanidhi Stalin Sanatana Dharma Remarks: तमिलनाडु सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान के बाद सियासी घमासन शुरू हो गया है. बीजेपी ने इस मुद्दे को उठाते हुए विपक्षी दलों को घेर लिया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) समेत कई बड़े नेताओं ने उदयनिधि स्टालिन के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. इस बीच झारखंड बीजेपी सासंद निशिकांत दूबे ने भी उदयनिधि स्टालिन पर हमला बोला है.
'उदयनिधि स्टालिन भारतीय विपक्षी गुट के प्रवक्ता हैं'
बात दें कि, बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी को लेकर कहा कि, 'वह राहुल गांधी के शिष्य हैं, वह माफी क्यों मांगेंगे. वे राजा हैं, वे माफी क्यों मांगेंगे, लेकिन 130 करोड़ भारतीयों ने इस तथ्य को समझ लिया है कि उदयनिधि स्टालिन भारतीय विपक्षी गुट के प्रवक्ता हैं.'
VIDEO | "He is a disciple of Rahul Gandhi, why would he apologise. They are kings, why would they apologise. But 130 crore Indians have understood the fact that Udayanidhi Stalin is a spokesperson of INDIA opposition bloc," says BJP MP @nishikant_dubey on Udayanidhi Stalin's… pic.twitter.com/tXd6LLqkyW
— Press Trust of India (@PTI_News) September 4, 2023
उदयनिधि स्टालिन ने क्या कहा?
दरअसल, उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू से करते हुए कहा था कि, ऐसी चीजों का विरोध नहीं करना चाहिए बल्कि नष्ट कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सनातनम क्या है? ये संस्कृत भाषा से आया शब्द है. सनातन समानता और सामजिक न्याय के खिलाफ होने के अलावा कुछ नहीं हैं. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के अनुसार, स्टालिन ने सनातन धर्म को समानता एवं सामाजिक न्याय के खिलाफ बताते हुए कहा कि इसको खत्म किया जाना चाहिए.
अमित शाह ने बोला हमला
डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के इस बयान की आलोचना करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी गठबंधन इंडिया पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इन लोगों ने वोट बैंक की और तुष्टिकरण की राजनीति करने के लिये सनातन धर्म को समाप्त करने की बात की है. हमारी संस्कृति, हमारे इतिहास और सनातन धर्म का अपमान किया है.