Jharkhand: झारखंड के पाकुड़ जिले से फिर एक बड़ी खबर आ रही है. बीते साल एक व्यक्ति की हत्या के मामले में एक परिवार को ग्रामीणों ने पंचायती के जरिये जेल के सलाखों के पीछे भेज दिया था. उसके घर को तोड़ कर पशु और सारे समान लूट लिए गये. यही नहीं परिवार की एक महिला को हत्या के आरोप में निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाया गया था. आज वह व्यक्ति जीवित है. हालांकि इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर 5 लोगों को जेल भेज दिया था. लेकिन जिन लोगों के परिवार के लोग जेल में हैं वो अब फिर पीड़ित परिवार पर दबाव बनाकर जेल गये लोगों को बाहर निकवाने का कोशिश कर रहे हैं.
पीड़ित परिवार को दी जा रही धमकी
पीड़ित परिवार को गांव से बाहर करने की धमकी दी जा रही है. पीड़ित परिवार ने गुरुवार को एसपी डीसी से मिलकर रक्षा की गुहार लगाई है. पाकुड़ एसपी और डीसी ने पीड़ित परिवार को सुरक्षा के साथ हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है और प्रताड़ित करने वाले लोगों पर मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की बात कही है. पाकुड़ जिले से एक शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. एक निर्दोष परिवार को ग्रामीणों ने ऐसी सजा का फरमान जारी किया जो उस परिवार के लोगों ने कभी सोचा भी नहीं था. बेगुनाह को उस अपराध का गुनाहगार बनाया गया जो उसने किया ही नहीं था. उस पीड़ित परिवार को हत्या के आरोप में पंचायती कर घर को तोड़ फोड़ कर बेघर कर दिया गया. उनके पशुओं को लूट लिया गया, प्रताड़ना यही थमा नहीं. पंचायतों ने शर्म की सारी हदों को पार कर परिवार की महिला को सारेआम गांव में निर्वस्त्र कर घुमाया गया. परिवार के लोग मिन्नते करते रहे दया की भीख मांगते रहे लेकिन उस पर किसी को दया तक नहीं आयी और बिना किसी जांच के आरोपी बनाकर सजा मुकर्रर कर सजा दे दी.
हत्या के झूठे मामले में बनाया आरोपी
दरअसल मामला पाकुड़ जिले के अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र के बोहरा गांव का है. जहां बीते वर्ष मार्च 21 में बोहरा गांव में महेश्वर टुडू नामक एक व्यक्ति कि हत्या कर शव छुपाने का आरोप इस पीड़ित परिवार पर लगा. इस घटना को लेकर अमड़ापाड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज कर तीन लोगों को जेल भी भेज दिया गया. इस कथित घटना को लेकर ग्रामीण काफी आक्रोशित थे. इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने शव को ढूंढ निकालने को लेकर पुलिस प्रशासन पर भी दवाब बनाया. इस मामले में ग्रामीणों के बढ़ते आक्रोश को लेकर पुलिस खोजी कुत्ता के सहारे शव को ढूंढने का काफ़ी प्रयास भी किया गया था. लेकिन पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी. शव नहीं मिलने से ग्रामीणों में इतना आक्रोश था कि थाना क्षेत्र के पाडेरकोला चौक में यातायात को बाधित भी कर दिया था. फिर शव नहीं मिलने पर दूसरे दिन आक्रोश ग्रामीणों ने दोबारा कालाझोर के पास सड़क जाम कर दिया था. जिसमें प्रमंडलीय डीआईजी भी जाम में घंटों फंसे रहे. पुलिस के काफ़ी छानबीन के कुछ ही दिन बाद महेश्वर टूडू पुलिस को जीवित हाथ लगा. लेकिन तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी और इसी बीच आक्रोशित ग्रामीणों ने सुभाषटीन टुडू के परिवार को आरोपी बनाते हुये पंचायती कर सजा का फरमान सुना दिया.
इस मामले को लेकर अमड़ापाड़ा थाने की पुलिस ने 40 नामजद सहित 40 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की थी. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने के बाद तीन महिला सहित 5 लोगों को जेल भी भेजा था. हद तो तब हो गई जब न्यायालय में एक व्यक्ति ने चश्मदीद होने की झूठी गवाही भी दी थी जिसे पुलिस ने झूठी गवाही देने के मामले में जेल भेज दिया था.
पीड़ित परिवार ने की राहत सामग्री देने की मांग
इधर इस सदमे को लेकर अभी घाव भरे नहीं थे कि आरोपी द्वारा किये जा रहे प्रताड़ना से वर्तमान में सुभाषटिन टुडू का परिवार काफी डरा सहमा है उन्हें किसी अनहोनी की चिंता सताए जा रही है. दरअसल निवस्त्र कर गांव में घुमाने के इस मामले में पुलिस ने जिस नामजद को जेल भेजा था उसमें महेश्वर टुडू के परिवार के लोग भी शामिल हैं उनके परिवार के जेल जाने पर महेश्वर टुडू हथियार लेकर प्रतिदिन पीड़ित परिवार के घर आकर जान से मारने की धमकी दे रहा है. इस वजह से पीड़ित परिवार पूरी तरह से डरा सहमा है. आज इस परिवार के पास न कोई रहने के लायक घर है. न खाने को अन्न और न ही पहनने को कपड़े. आज यह परिवार दाने -दाने का मोहताज हो गया है. इस बात को लेकर उन्होंने पाकुड़ डीसी और पाकुड़ एसपी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है. पीड़ित परिवार ने अपनी दयनीय स्थिति को बताते हुए पुनर्वास के लिए पीएम आवास सहित राशन, ठंड के कपड़े की मांग की है.
इधर इस मामले में पाकुड़ के एसपी एच पी जनार्दन और डीसी वरुण रंजन ने गंभीरता से लेते हुए पीड़ित परिवार को सुरक्षा के देने के साथ कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है. प्रशासन ने पीड़ित को सरकार के पुनर्वास नीति के तहत हर संभव मदद देने की बात कही है.
इसे भी पढ़ें :
Jharkhand News: झारखंड में बिजली कटौती होगी बंद, शनिवार से स्थिति सामान्य होने की उम्मीद