Jharkhand Patratu Dam: पतरातू डैम (Patratu Dam) 3 तरफ से ऊंची-ऊंची पहाड़ियों से घिरा है. ठंड के मौसम में तो इसकी खूबसूरती और भी बढ़ जाती है. डैम में सैलानियों के लिए पर्यटन विभाग (Tourism Department) की तरफ से तमाम इंतजाम किए गए हैं. यहां नौका विहार करने का आनंद ही कुछ और है. वैसे तो पतरातू डैम में पूरे साल सैलानियों को आना-जाना लगा रहता है. लेकिन, नए साल पर यहां पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ जुटती है. इस बार यहां नए साल से पहले ही भारी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं. हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर यहां पहुंचे साइबेरियन पक्षी (Siberian Bird) डैम की छटा में चार चांद लगा रहे हैं. डैम के नीले पानी में इन प्रवासी पक्षियों की अठखेलियां देख पर्यटक रोमांचित होते हैं. ये पक्षी नवंबर से लेकर मार्च तक पतरातू डैम क्षेत्र में रहते हैं.


प्रसिद्ध है मां पंचवाहिनी मंदिर
यहां आने वाले पर्यटक नौका विहार का आनंद उठाते हैं. डैम से सटा मां पंचवाहिनी मंदिर (Panchbahini Temple) काफी प्रसिद्ध है और ये लोगों के आस्था का केंद्र भी है. पर्यटक प्रकृति का आनंद लेते हुए यहा मां पंचवाहिनी मंदिर में पूजा-अर्चना भी करते हैं. वैसे तो पतरातू डैम में पर्यटन विभाग की तरफ से आधुनिक बोट मुहैया कराई जाती हैं लेकिन अब यहां पर स्थानीय नाविकों की ओर से भी ये सुविधा मिलने लगी है. स्थानीय नाविक अपनी बोट को बेहद खूबसूरच तरीके से सजाकर रखते हैं, जिससे सैलानियों को लगता है कि वो पतरातू डैम में नहीं बल्कि कश्मीर की डल झील में से सैर कर रहे हैं. 






बेहद खूबसूरत है पतरामू डैम
वैसे तो झारखंड (Jharkhand) को प्रकृति से खूब सजाया और संवारा है. यहां एक से बढ़कर एक खूबसूरत टूरिस्ट स्थल हैं लेकिन, पतरामू डैम की बात ही अलग है. ये पहाड़ी स्थल हरे-भरे जंगलों से घिरा हुआ है, जिसे घुमावदार सड़कें और अधिक आकर्षक बनाने का काम करती हैं. ये पहाड़ी स्थल अपने पतरातू बिजली संयंत्र के लिए भी काफी लोकप्रिय है. 


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