Jharkhand News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने दो दिन पहले पुलिस के बड़े अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें मुख्यमंत्री ने कड़े रुख अपनाते हुए पुलिस अधिकारियों को फटकार लगाई थी. साथ ही पुलिस प्रशासन को क्राइम कंट्रोल करने के लिए 15 दिनों की मोहलत दी थी. इसके बाद अब झारखंड पुलिस एक्शन मोड में दिखाई दे रही है. बता दें कि, डीआईजी समेत एसएसपी रात में भी सड़कों पर नजर आने लगे हैं. हर आने जाने वाली गाड़ियों पर नजर रखी जा रही है. साथ ही झारखंड पुलिस ने जेल में बंद अमन सिंह और दुबई से गैंग को अपडेट कर रहा मोस्ट वांटेड प्रिंस खान पर पैनी नजर बनाए हुए हैं.
इसके साथ ही इनके गुर्गों पर भी पुलिस ने शिकंजा कसने की पूरी रणनीति तैयार कर ली है. साथ ही एसएसपी के आदेश से जिले के हर थानों में पत्र भेजकर पूछा गया है कि, उन थानों में अमन सिंह और प्रिंस खान के गुर्गों के नाम कितने मुकदमे दर्ज किये गए हैं. अगर सूत्रों की मानें तो अमन के गैंग और प्रिंस खान गिरोह में 15 अपराधी ऐसे है जो पुलिस के हाथ नहीं लग रहे है. जिसमें खुद प्रिंस खान के अलावा उसका बड़ा भाई गोपी खान और उसका करीबी बताया जाने वाला सेफी अब्बास ,सौरव सिन्हा, शामी, आजम खान जैसे अपराधी शामिल हैं.
इन गिरोह के इतने गैंगस्टर फरार
इसी तरह अमन सिंह गिरोह का कतरास का अजय कुमार सिंह,जेसी मल्लिक, बोकारो का मनीष सिंह,मनीष गुप्ता, मुकेश रॉय, नवल वर्मा,पूनम पासवान,सिद्दीकी आलम समेत बोकारो का विवेक कुमार का नाम शामिल है. इधर अमन सिंह के धनबाद जेल में शिफ्टिंग के बाद से ही उस पर पुलिस की पूरी नजर बनी हुई है. प्रिंस खान को पकड़ने के लिए इंटर पोल की मद्दद ली जा रही है. वहीं उसके खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद उसके नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त करने के लिए प्रशासन काम कर रहा है. बात करें अमन सिंह की तो उसके 29 गुर्गे अभी जेल में बंद है. वहीं 42 बेल पर हैं और 9 गुर्गे फरार हैं. वहीं प्रिंस खान के करीब 38 गुर्गे जेल में बंद है और 29 करीबी बेल पर हैं. साथ ही प्रिंस खान समेत करीब 9 लोग फरार हैं.