Jharkhand News: चाईबासा जिले में लगातार नक्सली हमले के बीच सुरक्षाबलों ने रविवार को अति नक्सल प्रभावित गोइलकेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत अंबिया गांव के समीप नक्सलियों के कैंप को ध्वस्त कर दिया. सुरक्षाबलों ने मौके से कई चीजें भी बरामद की है. इसमें 8 मोर्चा, 21 चूल्हा, 28 टेंट, 1 डेटोनेटर, 1 सीरिंज, 15 से 20 मीटर वायर है. फिलहाल, अभी भी नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन जारी है. मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को चुनौती देते हुए पूरे क्षेत्र भर में भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, चमन, कांडे, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ता सदस्यों के साथ कोल्हान क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम दिया है.
यहां कुछ दिनों पहले विकास कार्य में लगे जेसीबी को जला दिया गया था. साथ ही सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए आईडी बम लगाया था, लेकिन उसमें एक आदिवासी महिला की मौत हो गई थी. इस अभियान में चाईबासा पुलिस, कोबरा 209 बटालियन, 203 बटालियन, 205 बटालियन, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ 60, 197, 157, 174, 193, 07 और सीआरपीएफ 26 बटालियन की टीम शामिल रहीं. इन जवानों का एक संयुक्त अभियान दल गठित कर लगातार ऑपरेशन चलाया जा रहा था. इसी क्रम में गोइलकेरा थाना क्षेत्र के अंबिया गांव के समीप जंगल में नक्सलियों का कैंप मिला, जिसे सुरक्षाबलों ने ध्वस्त कर दिया. हालांकि, इस बार भी चाईबासा एसपी से संपर्क करने के बावजूद कोई भी संपर्क स्थापित नहीं हो पाया है.
लगातार सुरक्षाबलों द्वारा चलाया जा रहा सर्च अभियान
वहीं 16 और 19 अप्रैल को चाईबासा जिले में अभियान में लगे सुरक्षा बलों को उड़ाने के लिए कई जगह से भूमिगत आईइडी बमों को कोबरा बटालियन और पुलिस बल ने जप्त किया. इसकी सूचना पुलिस ने सार्वजनिक की थी, जिसके बाद से ही नक्सलियों में काफी ज्यादा आक्रोश देखा गया था. पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा में पड़ने वाले बीहड़ जंगलों में नक्सलियों के खिलाफ हाल के दिनों में जवानों की ओर से लगातार सर्च अभियान चलाए गए हैं. बताया जा रहा है कि जवानों के इस अभियान से नक्सलियों में बौखलाहट है. इसी के फलस्वरूप उन्होंने उपद्रव मचाया था.