Jharkhand News: झारखंड के साहिबगंज (Sahibganj) में हुए करीब 1000 करोड़ रुपये के पत्थर खनन घोटाले में फरार चल रहे राजेश यादव उर्फ दाहू यादव और उसके छोटे भाई जिला परिषद उपाध्यक्ष सुनील यादव के घर रविवार को कुर्की-जब्ती की गई. रांची के ईडी कोर्ट से आदेश जारी होने के बाद मुफस्सिल थाने की पुलिस ने यह कार्रवाई की. कोर्ट के आदेश के बाद इंस्पेक्टर शशि भूषण चौधरी के नेतृत्व में नगर थाना, जिरबावाड़ी ओपी और मुफस्सिल थाने की पुलिस ने घर का एक-एक सामान जब्त कर लिया. कोर्ट ने पिछले महीने इन दोनों के खिलाफ कुर्की-जब्ती का वारंट जारी किया था.


दरअसल, दाहू यादव आखिरी बार 18 जुलाई 2022 को रांची स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में पेश हुआ था. अगले दिन मां की बीमारी का हवाला देकर वह साहिबगंज लौट गया. इसके बाद कई बार ईडी कोर्ट से समन जारी हुआ, लेकिन वह हाजिर नहीं हुआ. इसके बाद फिर ईडी ने धीरे-धीरे जांच का दायरा बढ़ाया. दाहू यादव के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के खिलाफ केस दर्ज किया. उसके पिता की भी गिरफ्तारी हुई. पेश होने के लिए घर पर नोटिस भी चिपकाया गया, लेकिन वह नहीं पहुंचा. आखिरकार ईडी कोर्ट ने उसे फरार घोषित कर कुर्की-जब्ती का वारंट जारी किया.


छापेमारी में करोड़ों रुपये हुए थे जब्त
बता दें कि, पत्थर खनन घोटाले में ईडी ने साहिबगंज में पहली बार 8 जुलाई 2022 को छापेमारी की थी. इस दौरान साहिबगंज, राजमहल, बड़हरवा, मिर्जाचौकी और बरहेट में 18 ठिकानों पर दबिश दी गई. छापेमारी के दौरान 5.37 करोड़ कैश और बैंक खातों में जमा 11.88 करोड़ रुपये जब्त किए गए थे. ईडी ने 30 करोड़ रुपये की कीमत का मालवाहक जहाज भी जब्त किया था, जिसका संचालन पंकज मिश्रा और दाहू यादव करते थे. इस मामले में 20 जुलाई को पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया गया था. पंकज मिश्रा, बच्चू यादव, दाहू यादव के पिता पशुपतिनाथ यादव सहित कई आरोपी न्यायिक हिरासत में जेल में हैं.





यह भी पढ़ें: IAS Chhavi Ranjan: झारखंड लैंड स्कैम मामले में IAS छवि रंजन निलंबित, ईडी ने किया था गिरफ्तार