Congress Leader Avinash Pande Reaction on Hemant Soren Government Wins Trust Vote: झारखंड (Jharkhand) में हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने सोमवार को झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly) के विशेष सत्र में एक बार फिर विश्वास मत हासिल किया है. कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता अविनाश पांडेय (Avinash Pande) ने बधाई दी और चिंता व्यक्त करते हुए बीजेपी सरकार पर स्थिर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया. कांग्रेस महसाचिव और झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि, मैं बधाई देना चाहूंगा, विधानसभा में यूपीए के गठबंधन के जीतने भी विधायक हैं उन्होंने हर प्रकार के परिस्थितियों का सामना करते हुए विश्वासमत बहुमत से पास किया. 


'हमारे विधायक सजग रहेंगे'
अविनाश पांडेय ने कहा कि लोकतंत्र के लिए ये खतरे की घड़ी है जिस दौर से हम गुजर रहे हैं और जिन राज्यों में भी गैर भाजपाई सरकार है वहां जिस प्रकार से स्थिर सरकार को अस्थिर करने का असफल प्रयत्न कर रही है, यह बहुत चिंता की बात है. आने वाले समय में इस तरह की घटनाओं को लेकर हमारे विधायक सजक रहेंगे, जिम्मेदारी और एकता का परिचय देते हुए इसका जवाब देंगे. 






महामहिम से की जा रही है गुजारिश 
अविनाश पांडेय ने हेमंत सोरेन की सदस्य्ता पर कहा कि, महामहिम से बार-बार गुजारिश की जा रही है कि जो भी निर्णय हो वो कानून तहत चुनाव आयोग के माध्यम से जो उन्हें आया हुआ है उसकी वो घोषणा करें. जिस दिन इसपर फैसला आएगा जितने भी घटक दल हैं वो एक साथ बैठकर आगे की रणनीति तय करेंगे. 


सीएम सोरेन ने कही ये बात 
इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि, बीजेपी की साजिशों का जवाब देने, लोकतंत्र को बचाने और राज्य की सवा तीन करोड़ जनता को संदेश देने के लिए यह प्रस्ताव लाया गया है. उन्होंने झारखंड विधानसभा के बीजेपी विधायक समरी लाल के बारे में कहा कि वो फर्जी सर्टिफिकेट पर विधान बनकर बैठे हुए हैं, लेकिन चुनाव आयोग कोई कार्रवाई नहीं करता है. सोरेन ने कहा कि उन्हें डराने-धमकाने का कोई प्रयास सफल नहीं होगा.


बीजेपी ने किया बहिष्कार
मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान बीजेपी सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया. इससे पहले बीजेपी की ओर से बोलते हुए नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि इस सरकार को अपने ही लोगों पर विश्वास नहीं है, इसलिए ये प्रस्ताव लाया गया है. दरअसल 82 सदस्यीय सदन में विश्वास मत प्रस्ताव पर सरकार के पक्ष में 48 मत पड़े, जबकि बीजेपी और आजसू पार्टी के सदस्यों ने मत विभाजन के समय सदन का बहिष्कार कर दिया. इसके साथ ही स्पीकर ने विधानसभा के विशेष सत्र को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी है. 


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