Jharkhand Political Crisis: झारखंड में विधायकों की टूट का डर, कर्नाटक या तेलंगाना ले जाने की तैयारी!
Jharkhand Political Crisis: जेएमएम-कांग्रेस के विधायक सामान लेकर रांची सर्किट हाउस पहुंचे हैं. उन्हें झारखंड से दूसरे राज्य में शिफ्ट किए जाने की तैयारी चल रही है.
Jharkhand Political Crisis: झारखंड में नए मुख्यमंत्री के शपथ में हो रही देरी के बीच महागठबंधन के विधायकों को टूट के डर से दूसरे राज्य ले जाया जा सकता है. सूत्रों ने बताया कि अगर राज्यपाल जल्द चंपई सोरेन को शपथ दिलाने का समय नहीं देते हैं, तो जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के विधायको को चार्टर्ड प्लेन के जरिए कर्नाटक या तेलंगाना ले जाने की तैयारी है.
बता दें कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता हेमंत सोरेन ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. सोरेन ईडी की हिरासत के बीच राजभवन पहुंचे थे और उन्होंने इस्तीफा सौंपा. इसी दौरान चंपई सोरेन 47 विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र लेकर राजभवन पहुंचे और सरकार बनाने का दावा पेश किया.
हालांकि अब तक उन्हें शपथ के लिए समय नहीं मिला है. इसी को लेकर जेएमएम-कांग्रेस सवाल उठा रही है. साथ ही एहतियात के तौर पर विधायकों को शिफ्ट किए जाने की तैयारी है. तेलंगाना और कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है.
शपथ में देरी पर सवाल
कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने शपथ में देरी को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने दिल्ली में कहा, ''जब कल वाले मुख्यमंत्री (हेमंत सोरेन) ने इस्तीफा दिया तो राज्यपाल ने अभी तक मुख्यमंत्री क्यों नहीं नियुक्त किया? झारखंड और बिहार के बॉर्डर लगते हैं, लेकिन जब नीतीश कुमार के साथ हुआ तो कितनी जल्दी आपने मुख्यमंत्री नियुक्त किया.''
'राष्ट्रपति शासन का इंतजार?'
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ''आप इंतजार क्यों कर रहे हैं? क्या केंद्रीय गृह मंत्री (अमित शाह) की आज्ञा का इंतजार कर रहे हैं? क्या आप 47 और 33 के आंकड़े को बदल कर पेश करेंगे. क्या आप राज्यपाल के जरिए समय जुटा रहे हैं या राष्ट्रपति शासन का इंतजार कर रहे हैं? इस बार 99 प्रतिशत विपक्षी पार्टियों को चुनाव से पहले पकड़ लेंगे.''
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