Jharkhand Political Crisis: झारखंड कैबिनेट (Jharkhand Cabinet) ने आगामी 5 सितंबर को विधानसभा की विशेष बैठक बुलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. बृहस्तिवार को हुई कैबिनेट की बैठक में ये निर्णय लिया गया. संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) ने कहा है कि इस दौरान सरकार एक बार फिर विश्वास मत साबित करेगी, राज्य की मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनजर ये तय किया गया है. गौर करने की बात ये है कि कैबिनेट ने 'विशेष बैठक' विधानसभा के मॉनसून सत्र के तहत आयोजित करने की स्वीकृति दी गई है. विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो (Rabindra Nath Mahato) ने पिछली 5 जुलाई को मॉनसून सत्र को तय समय से एक दिन पहले अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया था. अब उसी सत्र की श्रृंखला में 5 सितंबर को बैठक बुलाई गई है. यानी तकनीकी तौर पर इस विशेष बैठक के लिए राज्यपाल की मंजूरी की जरूरत नहीं पड़ेगी. 


ये संदेश देने की है कोशिश 
बताया जा रहा है कि, दिल्ली की केजरीवाल सरकार की तरह हेमंत सोरेन की सरकार भी विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पारित कर ये संदेश देने की कोशिश करेगी कि सरकार के पास पर्याप्त बहुमत है. सरकार के भविष्य को लेकर जताई जा रही आशंकाओं के मद्देनजर ये महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम है. 


25 प्रस्तावों को दी गई मंजूरी 
इस बीच बता दें कि, बृहस्तिवार को हुई कैबिनेट की बैठक में कुल 25 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है. इसमें एक अहम निर्णय ये है कि सरकार झारखंड की सीमा के बाहर दूसरे राज्यों में वीवीआईपी और वीआईपी मूवमेंट के लिए एक महीने के लिए चार्टर्ड विमान किराए पर लेगी. इस पर 2 करोड़ 6 लाख 50 रुपये खर्च होंगे. जाहिर है, राज्य में मौजूदा राजनीतिक हालात के मद्देनजर लगातार हवाई मूवमेंट के लिए ये निर्णय लिया गया है. बैठक में सरकारी कर्मचारियों के लिए एक सितंबर 2022 की तारीख से पुरानी पेंशन योजना लागू करने, पंचायत सचिव के रिक्त पदों पर नियुक्ति नियमावली को संशोधित करने जैसे फैसले भी लिए गए. 


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