Jharkhand News: हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के इस्तीफे के बाद शुक्रवार (2 फरवरी) को चंपई सोरेन (Champai Soren) ने झारखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. वहीं चंपई सोरेन के सीएम बनने के तुरंत बाद जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के गठबंधन के 38 विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट कर दिया गया है. आने वाली 5 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होना है. ऐसे में टूट-फूट की आशंका ने सबकी बेचैनी बढ़ा दी है. इस बीच मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने बीजेपी सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि 5 फरवरी को फ्लोर टेस्ट में हम सफल होंगे.


'फ्लोर टेस्ट में हम सफल होंगे'
दरअसल झारखंड में टूट-फूट की खबरों के बीच मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि 'हमारा गठबंधन बहुत मजबूत है. यह चार साल बहुत ही उथल-पुथल के बीच गुजरा है. हेमंत सोरेन ने विपरीत परिस्थितयों में भी काम किया. हेमंत सोरेन ने झारखंड के विकास के लिए जो योजनाएं लाई उससे हताश होकर विपक्ष ने उन्हें झूठे आरोप में फंसाया. 5 फरवरी को फ्लोर टेस्ट में हम सफल होंगे.'


गठबंधन के विधायक क्यों पहुंचे हैदराबाद?
वहीं सत्तारूढ़ गठबंधन के एक सीनियर नेता ने कहा था कि विधायकों को कांग्रेस शासित तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में स्थानांतरित करने का फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि बीजेपी उन्हें लुभाने की कोशिश कर सकती है. 'सरकार का बहुमत साबित करने के लिए हमें 10 दिन का समय दिया गया है. हम इस दौरान कोई जोखिम नहीं उठा सकते, क्योंकि बीजेपी हमारे विधायकों से संपर्क करने की कोशिश कर सकती है.'


बता दें चंपई सोरेन इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार में परिवहन मंत्री थे. मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में हेमंत से लंबी पूछताछ और गिरफ्तारी से पहले मुख्यमंत्री पद से उनके इस्तीफे के बाद चंपई को सत्तारूढ़ गठबंधन का नया नेता चुना गया था.


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