RJD Supremo Lalu Prasad Yadav in Palamu: राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) झारखंड (Jharkhand) के पलामू (Palamu) में कैंप कर रहे हैं. इस दौरान उनकी कोशिश है कि वो पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में नया जोश भर सकें. लालू प्रसाद को आगामी 8 जून को आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के एक केस में पलामू स्थित विशेष एमपी-एमएलए कोर्ट में भी पेश होना है. इस बीच सोमवार को उनके पलामू पहुंचने पर राजद के नेताओं-कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी. 


मजबूत थी स्थिति
पलामू झारखंड में राजद का सबसे बड़ा गढ़ रहा है. वर्ष 2004 और 2007 में पलामू लोकसभा सीट पर हुए चुनावों में राजद के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी. पहले मनोज कुमार और उसके बाद घूरन राम ने इस क्षेत्र का लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया था. बाद के चुनावों में राजद इस सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाई, लेकिन उसके प्रत्याशी हमेशा मुख्य मुकाबले में रहे. पलामू प्रमंडल के 3 जिलों पलामू, गढ़वा और लातेहार में विधानसभा की कुल 9 सीटें हैं. इनमें से 7 सीटों पर राजद के प्रत्याशियों ने कई बार जीत हासिल की है. 


सिमटता गया जनाधार 
वर्ष 2005 के विधानसभा चुनाव में राजद ने पूरे झारखंड में 7 सीटों पर कब्जा किया था, जिनमें से 5 सीटें पलामू प्रमंडल की ही थी. तब राजद के जिन उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी, उनमें मनिका से रामचंद्र सिंह, लातेहार से प्रकाश राम, पलामू के पांकी से विदेश सिंह, विश्रामपुर से रामचंद्र चंद्रवंशी और गढ़वा से गिरिनाथ सिंह शामिल थे. गढ़वा सीट पर गिरिनाथ सिंह तो लगातार 4 बार विधायक रहे हैं. इसके बाद 2009 के चुनाव में राजद ने पूरे झारखंड में 5 सीटें हासिल की थी, लेकिन 2014 के चुनाव में राजद का सफाया हो गया. 2019 में मात्र एक चतरा सीट पर राजद ने जीत दर्ज की. जाहिर है, राजद का चुनावी जनाधार पलामू में लगातार सिमटता गया और आज की तारीख में खोई जमीन हासिल करना पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती है.


बिहार के ज्यादा करीब है पलामू
पलामू प्रमंडल भौगोलिक और भाषाई तौर पर झारखंड से ज्यादा बिहार के ज्यादा करीब है. इस प्रमंडल में सबसे ज्यादा लोग भोजपुरी भाषा बोलते हैं. लालू प्रसाद यादव की भी यही भाषा है. वो जब भोजपुरी में संवाद करते हैं तो लोग उनसे सहज जुड़ाव महसूस करते हैं. बीते फरवरी में लालू प्रसाद यादव के निर्देश पर संजय सिंह यादव को झारखंड में राजद का अध्यक्ष बनाया गया है. वो पलामू प्रमंडल के हुसैनाबाद क्षेत्र से राजद के विधायक रहे हैं. साफ है कि एक बार फिर पलामू पर राजद की निगाह है और ऐसे में यहां लालू प्रसाद के कैंप करने की सियासी वजह समझना मुश्किल नहीं है. ये देखना जरूर दिलचस्प होगा कि लालू इस बार पलामू में अपना जादू किस हद तक छोड़ पाते हैं.


ये भी पढ़ें:


Jharkhand: शिक्षक के संकल्प से 90 एकड़ में फैले दूधमटिया जंगल को मिली नई जिंदगी, जानें 'जंगल मैन' की कहानी 


Jharkhand: बालू की किल्लत से 5 हजार करोड़ के कन्स्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स पर लगी ब्रेक, जानें कैसे है हालात