Jharkhand News: पूर्व मंत्री सरयू राय का स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर पलटवार, लगाए ये गंभीर आरोप
Jharkhand Politics: झारखंड में जल्द ही विधानसभा चुनाव के तारीख का ऐलान हो सकता है. चुनावी बिगुल बजने से पहले पूर्व मंत्री सरयू राय और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता में खींचतान शुरू हो गई है.
Jharkhand News Today: झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में सियासी तपिश तेज हो गई है. जमशेदपुर पूर्व विधानसभा सीट से विधायक सरयू राय ने झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर जुबानी हमला बोला. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर कथित भ्रष्टाचार में शामिल होने और अधिकारियों पर दबाव बनाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं.
पूर्व मंत्री सरयू राय ने इस दौरान जमशेदपुर पुलिस को बिना दबाव में आए काम करने की नसीहत दे डाली. उन्होंने 12 बिंदुओं पर आधारित आरोप पत्र के जरिये स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर निशाना साधा. जिसमें सरयू राय ने दर्ज कई मामलों का जिक्र किया है.
बन्ना गुप्ता पर सरयू राय ने लगाए ये आरोप
1. सरयू राय के मुताबिक, "जमशेदपुर के कदमा थाना में 7 सितंबर 2024 को ब्रजेश सिंह उर्फ मुन्ना सिंह के विरूद्ध अनुसूचित जाति-जनजाति अधिनियम में दर्ज हुई. पुलिस ने उन्हें 11 सितंबर 2024 को गिरफ्तार कर लिया. कोर्ट से उन्हें पीआर बांड पर जमानत मिल गई. जमानत रहने के बावजूद अगले दिन पुलिस ने उन्हें फिर गिरफ्तार कर लिया."
पूर्व जमशेदपुर से विधायक राय के मुताबिक, "इस बार प्राथमिकी में नई धाराएं भी जोड़ दी गई. कोर्ट ने फिर उन्हें छोड़ दिया. इसके बाद पुलिस ने उनके घर जाकर उनका लाइसेंसी हथियार जब्त कर लिया. अभी तक न तो हथियार लौटाया है और न ही जब्ती की सूची दी है. उन्होंने कहा कि पता चला है कि पुलिस ने पीड़ित का धारा 164 में बयान ले लिया है."
2. पुलिस एक्शन पर सवाल खड़ा करते हुए सरयू राय ने ए और मामले का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि "इस मामले में पुलिस की अति सक्रियता सामान्य प्रतीत नहीं हो रही है. इसकी वजह है कि उन्हीं लोगों ने कदमा थाना में ही एक प्राथमिकी 29 जून 2024 दर्ज कराया है. इसमें भी वही धाराएं लगाई गई हैं, जो मुन्ना सिंह पर लगाई गई हैं."
सरयू राय ने कहा, "दोनों प्राथमिकियां एक ही व्यक्ति के हस्ताक्षर पर लिखी गई हैं यानी कोई है जो एसी एसटी एक्ट में प्राथमिकी करा रहा है, लेकिन पुलिस ने आज तक इस प्राथमिकी में कोई गिरफ्तारी नहीं की है. मामले ठंडे बस्ते में डाल दिया है. दूसरी ओर पुलिस मुन्ना सिंह को जेल भेजने पर उतारू है."
उन्होंने सवाल खड़े करते हुए कहा, "आखिर किसके दबाव में और किसे संतुष्ट करने के लिए पुलिस ऐसा कर रही है?" राय ने कहा, "राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मुन्ना सिंह को पसंद नहीं करते हैं और उनके साथ अदावत रखते हैं."
3. विधायक सरयू राय ने कहा, "एक ओर पुलिस ने मुन्ना सिंह को गिरफ्तार कर लिया, दूसरी ओर जेएनएसी ने उनके घर पर नोटिस चिपका दिया और कहा है कि उनके घर के पार्किंग में दुकान चल रही है. उसे वे हटा दें नहीं तो उसे तोड़ दिया जाएगा."
4. निर्दलीय विधायक सरयू राय ने बताया, "कदमा में एक पुष्पांजलि सामुदायिक भवन है. जिस पर जेएनएसी ने नोटिस चिपका दिया है. जबकि स्वास्थ्य मंत्री के घर के सामने जिला योजना की निधि से बने एक मंजिला सामुदायिक भवन पर दो मंजिल का अवैध निर्माण है. यह किसके पैसे से हुआ है, इस पर जेएनएसी या जिला प्रशासन मौन है."
5. सरयू राय ने दावा किया कि "जमशेदपुर में दो महत्वपूर्ण भवन बनाने की नींव उस समय रखी गई, जब मैं जमशेदपुर पश्चिम से विधायक था. एक भवन डीएन लाईब्रेरी की है और दूसरी फूड प्लाजा के जमीन पर बना कन्वेंशन सेंटर है. फूड प्लाजा की जमीन पर स्वास्थ्य मंत्री का अवैध कब्जा था, जिसे हटाकर सरकार ने कन्वेंशन सेंटर बनाया. आज तक इन भवनों का उद्घाटन नहीं हो सका और ये जर्जर हो रहे हैं. आखिर क्यों और किसके दबाव में ऐसा हो रहा है?"
6. पूर्व मंत्री सरयू राय ने आरोप लगाया कि "स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के दबाव में कदमा की दो सड़कें बंद कर दी गई हैं. संजीव आचार्या ने यह मामला उठाया तो स्वास्थ्य मंत्री के नजदीक रहने वाले एक व्यक्ति ने उनपर एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज करा दिया."
7. सरयू राय ने कहा, "स्वास्थ्य मंत्री ने अपने होटल के नजदीक सार्वजनिक सड़क पर बड़ा सा शेड खड़ा कर दिया है, लेकिन यह अवैध काम जेएनएसी या जिला प्रशासन की नजर में नहीं आ रहा है.
8. एक और मामले का जिक्र करते हुए सरयू राय ने कहा, "जिला पर्यटन पदाधिकारी ने 2022 में एक नामजद प्राथमिकी 19 जनवरी 2022 में सिदगोड़ा थाने में दर्ज किया. इसकी जांच एक कदम आगे नहीं बढ़ी है. विधानसभा में मैंने चार बार अलग- अलग प्रश्न किया."
उन्होंने कहा, "पर्यटन और राजस्व विभाग ने सभा में उत्तर दिया कि इस मामले में सिदगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज है, लेकिन अनुसंधान शिथिल. जरुरी बात यह है कि विधानसभा के सवालों का जवाब जिला प्रशासन के यहां से बनकर जाता है."
9. सरयू राय ने कहा, "जिला प्रशासन ही नहीं सरकार भी स्वास्थ्य मंत्री के उत्पात पर मौन है. एफआईआर कराना इनकी आदत में शुमार है. मुझ पर इन्होंने दो एफआईआर और एक मानहानि का मुकदमा किया है, जिसमें वह तारीख पर गवाही देने नहीं जाते हैं."
10. सरयू राय ने कहा, "विभाग की फाइल पर इन्होंने मुझ पर दो बार एफआईआर करने का आदेश दिया है, नहीं हुआ तो अपने एक प्यादा से एफआईआर करा दिया है."
11. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर आरोप लगाते हुए सरयू राय ने कहा, "एक एफआईआर इन्होंने खुद बिस्टुपुर थाना में किसी महिला के साथ अश्लील बात करते वीडियो वायरल होने के बारे में किया है, लेकिन दो साल हो गए हैं और जांच शिथिल है."
12. बन्ना गुप्ता पर कथित भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाते हुए सरयू राय ने कहा, "रांची में अपने आवंटित आवास के अलावा मुख्य सचिव के आवास पर अवैध कब्जा कर लिया है. पूर्व मुख्यमंत्री चांपई सोरेन से लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक ने न तो इस पर कार्रवाई की है और न ही इसका आवंटन किया है."
कांग्रेस नेता और झारखंड सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर तंज कसते हुए सरयू राय ने कहा कि "जमशेदपुर में पुलिस प्रशासन इनकी अवैध गतिविधियों का साझेदार बन गया है और रांची में भी सरकार मौन साधे हुई है." इससे पहले हालिया दिनों बन्ना गुप्ता ने उन पर दर्ज मामलों को सार्वजनिक करने की चुनौती दी थी.
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