Jharkhand Politics: झारखंड की राजनीति में अब महिला पुरुषों से पीछे नहीं है. झारखंड राज्य के गठन के बाद से ही महिलाव की भागीदारी बढ़ती ही जा रही है. आकड़ों के अनुसार अब तक छह महिला बिधायको ने मंत्री पद की शपथ ले चुकी हैं. जिसमें अन्नपूर्णा देवी, लुईस मरांडी, गीताश्री उरांव, नीरा यादव जोबा मांझी और अपर्णा सेन शामिल हैं. 3 जुलाई को दिवंगत जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी ने भी मंत्री पद की शपथ ली है. मगर वे अभी विधानसभा की सदस्य नहीं हैं.


बेबी देवी ने अभी विधानसभा का चुनाव नही लड़ा है, जो कि आगामी डुमरी विधानसभा के उपचुनाव में भागेदारी करेंगी अगर वे चुनाव जीत कर आती है तो उन्हें विधायक का दर्जा दिया जायेगा. बताते चले कि मधुकोड़ा के 2006 से 2008 की सरकार में जोबा मांझी और अर्पणा सेन को मंत्री पद मिला था. वहीं रघुवर दास की सरकार में नीरा यादव और लुईस मरांडी को मंत्री पद दिया गया था. 2013 में हेमंत सोरेन सरकार में अन्नपूर्णा देवी और गीताश्री उरांव मंत्री बनी थी.


सदन में हैं 11 महिला विधायक
झारखंड विधानसभा में आधी आबादी का प्रतिनिधित्व अब बढ़ता दिखाई दे रहा है. मांडर उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी शिल्पा नेहा तिर्की की जीत के साथ ही विधानसभा में महिला विधायकों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है, जो कि कुल संख्या का 13 प्रतिशत से अधिक है. राज्य गठन के बाद यह अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है. विधानसभा में कांग्रेस के महिला विधायकों की संख्या सर्वाधिक पांच हो गई है.


झामुमो महिला विधायकों की संख्या तीन है
दीपिका पांडेय सिंह, ममता देवी, पूर्णिमा नीरज सिंह, अंबा प्रसाद के बाद अब शिल्पा नेता तिर्की ने महिलाओं की संख्या में इजाफा किया है. झारखंड विधानसभा में झामुमो महिला विधायकों की संख्या तीन है. मंत्री जोबा मांझी के अलावा सीता सोरेन और सविता महतो, विपक्षी दल बीजेपी के महिला विधायकों की संख्या भी तीन है. नीरा यादव, अपर्णा सेन गुप्ता और पुष्पा देवी सदन में महिलाओं का प्रतिनिधित्व पार्टी की ओर से करती हैं.


ये भी पढ़ें: Jharkhand: प्रदेश अध्यक्ष बनते ही चेहरे के सवाल पर बाबूलाल मरांडी बोले- 'मुझे नहीं लगता कि...'