Jharkhand Police Lathi Charge: झारखंड लोक सेवा आयोग सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट रद्द करने की मांग पर रांची (Ranchi) में मंगलवार को प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों-युवाओं का आरोप है कि परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है. आयोग के अधिकारियों को परीक्षाफल और रिजल्ट में गड़बड़ियों के कई सबूत सौंपे गए हैं, लेकिन इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इस बीच भाजपा (BJP) के कई विधायक भी आंदोलनकारियों के समर्थन में आ गए हैं.
गड़बड़ी के लगे आरोप
बता दें कि, झारखंड लोक सेवा आयोग ने 7वीं से 10वीं सिविल सेवा के लिए संयुक्त रूप से पिछले महीने प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की थी. विगत एक नवंबर को इसका रिजल्ट घोषित किया गया. रिजल्ट निकलते ही इसमें गड़बड़ी के आरोप लगने लगे. पिछले हफ्ते भी सैकड़ों अभ्यर्थियों ने इस मुद्दे पर आयोग के कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया था. मंगलवार को राज्य के विभिन्न जिलों से सैकड़ों अभ्यर्थी रांची के मोरहाबादी मैदान में इकट्ठा हुए.
कई अभ्यर्थियों को आई चोट
दोपहर लगभग 12 बजे आंदोलित अभ्यर्थियों का हुजूम जेपीएससी कार्यालय की ओर बढ़ने लगा तो पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की. प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड लांघकर आगे बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने उनपर लाठियां बरसाईं. इसमें कई अभ्यर्थियों को चोट आई है. लाठीचार्ज के बाद भी प्रदर्शनकारी मोरहाबादी मैदान में जमे हैं. उनके समर्थन में भाजपा के विधायक नवीन जायसवाल एवं भानु प्रताप शाही और आजसू पार्टी के विधायक लंबोदर महतो भी मैदान में मौजूद हैं.
पद्मश्री मधु मंसूरी नायक ने भी किया समर्थन
भाजपा विधायकों ने कहा कि इन अभ्यर्थियों की मांगें जायज हैं. उनके आंदोलन के समर्थन में हम ना सिर्फ खड़े हैं, बल्कि इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने को कृतसंकल्प हैं. विधायक नवीन जायसवाल ने आरोप लगाया है कि हेमंत सोरेन की सरकार झारखंड के छात्रों-युवाओं का हक मार रही है. हाल में राष्ट्रपति के हाथों पद्मश्री से सम्मानित लोक कलाकार मधु मंसूरी नायक भी आंदोलनकारी अभ्यर्थियों के समर्थन में मौके पर पहुंचे हैं.
इस बात पर उठ रहे सवाल
बता दें कि, जेपीएससी की तरफ से घोषित परीक्षा परिणाम में 3 दर्जन से भी ज्यादा अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिनके रोल लगातार समान सिरीज में हैं. लोहरदगा, साहिबगंज और लातेहार के कुछ परीक्षा केंद्रों पर एक कमरे में परीक्षा देने वाले लगातार क्रमांक वाले अभ्यर्थियों की सफलता पर सवाल उठ रहा है. नाराज अभ्यर्थियों का कहना है कि ये कैसे संभव है कि इतने सारे मेधावी एक साथ एक ही कमरे में परीक्षा दे रहे थे. हालांकि जेपीएससी का कहना है कि यह महज संयोग हो सकता है. देश में आयोजित होने वाली कई प्रतियोगी परीक्षा में रिजल्ट का ऐसा ट्रेंड दिखता रहा है.
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