Jharkhand Meeting of State Coordination Committee: झारखंड (Jharkhand) में सरकार चलाने के लिए गठित गठबंधन दलों की राज्य समन्वय समिति की पहली बैठक शुक्रवार को आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के अध्यक्ष शिबू सोरेन (Shibu Soren) ने की और इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) भी मौजूद रहे. इससे पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (Jharkhand Mukti Morcha) ने एक विज्ञप्ति में बताया था कि झारखंड में सरकार चलाने के लिए गठित गठबंधन दलों की राज्य समन्वय समिति की पहली बैठक 17 जून 2022 को आयोजित की जाएगी. 


राज्य समन्वय समिति में शामिल हैं ये लोग
बता दें कि, सरकार गठन के लगभग ढाई वर्ष बाद हाल में राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Elections) में उम्मीदवार उतारने को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस (Congress) में हुए विवाद के बाद झारखंड में राज्य समन्वय समिति का गठन किया गया था. 9 सदस्यीय समन्वय समिति में अध्यक्ष शिबू सोरेन, आलमगीर आलम (कांग्रेस), राजेश ठाकुर (कांग्रेस), बंधु तिर्की (कांग्रेस), सत्यानन्द भोक्ता (राजद), विनोद कुमार पाण्डेय (झामुमो), फागु बेसरा (झामुमो), सरफराज अहमद (झामुमो) एवं योगेंद्र प्रसाद (झामुमो) शामिल हैं.




सीएम सोरेन ने लिया था चौंकाने वाला फैसला 
गौरतलब है कि, राज्यसभा चुनाव को लेकर झारखंड में गठबंधन सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात के बाद चौंकाने वाला फैसला लिया था. सीएम सोरेन ने राज्यसभा चुनाव के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से प्रत्याशी के तौर पर महुआ माजी के नाम का एलान कर दिया था. उन्होंने महुआ माजी के नाम की घोषणा झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के साझा प्रत्याशी के बजाय झामुमो प्रत्याशी के तौर पर की थी. झारखंड में 3 दल मिलकर सरकार चला रहे हैं, इसलिए गठबंधन धर्म के तहत साझा प्रत्याशी की उम्मीद की जा रही थी. सीएम सोरेन के इस फैसले के बाद झारखंड में सियासी अटकलें भी तेज हो गईं थी.


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