Jharkhand News: झारखंड के चाईबासा जिले में मौजूद संगम में बालू माफियाओं ने पुलिस को खदेड़ दिया साथ दोबारा वहां नहीं आने की धमकी दी. झारखंड के चाईबासा जिले में मौजूद संगम नदी के किनारे खुलेआम बालू माफिया की खनन जारी है. झारखंड में बहुत से बालू घाट ऐसे हैं जहां से खनन करना पूर्णत: वर्जित है.


वहीं झारखंड के चाईबासा जिले को फिलहाल कोल्हान का सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित जिला भी माना जा रहा है. संगम नदी में अवैध बालू कारोबारियों रोकने गए तांतनगर थाना प्रभारी को कारोबारियों नें ट्रैक्टर से कुचलने के प्रयास किया और दुबारा आने पर बालू में गाड़ देने की धमकी दी है.


जानिए क्या है पूरा मामला


पश्चिम सिंहभूम जिले के मझगांव विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाले तांतनगर थाना क्षेत्र में थाना प्रभारी व पुलिस को बालू कारोबारियों ने घेर लिया, ट्रैक्टर से कुचलने का भी प्रयास किया. उन्हें खदेड़ दिया गया. बुधवार को भी झारखंड-उड़ीसा सीमा पर स्थित तांतनगर संगम नदी में छापेमारी करने पहुंची थी. तांतनगर ओपी प्रभारी मेघनाथ मंडल व एक एएसआई को बालू कारोबारियों ने नदी से खदेड़ने के साथ- साथ चेतावनी भी दे दी.


जैसे ही ओपी प्रभारी नदी के बीच बालू खनन कर रहे बालू माफियाओं के पास पहुंचे वैसे ही बालू माफिया भड़क गए और एकजुट होकर दोनों पुलिस पदाधिकारी को घेर लिया. इसके बाद जमकर गाली गलौज करने लगे. इधर, इसकी सूचना बालू माफिया को मिल गई.


कई लोग वहां पंहुच गये एवं पुलिस अधिकारी से बहस करने लगे. काफी देर बहस होने के बाद पुलिस वहां से भागने पर मजबूर हो गयी. तांतनगर ओपी प्रभारी मेघनाथ मंडल व एक एएसआई के साथ सादे लिबास में अवैध बालू खनन रोकने के लिए झारखंड-उड़ीसा सीमा पर स्थित तांतनगर संगम नदी में छापेमारी करने पहुंचे थे.


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