Jharkhand: शिलान्यास कार्यक्रम में अर्जुन मुंडा का नाम 'छोटे अक्षर' में देख बिफरी BJP, झामुमो MLA दशरथ गागराई से हाथापाई
झारखंड के सराईकेला में झामुमो विधायक दशरथ गागराई के साथ शिलान्यास कार्यक्रम में हाथापाई की गई है. शिलान्यास कार्यक्रम को रद्द करने की मांग के दौरान यह घटना हुई है.
Jharkhand News: झारखंड के सरायकेला (Saraikela) जिले के खरसावां क्षेत्र के विधायक के साथ हाथापाई (MLA Manhandled) की खबर है. यह घटना सड़क निर्माण से जुड़े एक शिलान्यास कार्यक्रम में हुई है जिस दौरान बीजेपी और झामुमो के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे, इसी दौरान विधायक दशरथ गागराई (Dashrath Gagrai) के साथ बदसलूकी की गई है. दशरथ गागराई टेंटोपोसी इलाके में सड़क निर्माण का शिलान्यास करने पहुंचे थे.
अर्जुन मुंडा का नाम छोटे अक्षर में देखकर गुस्साए कार्यकर्ता
इसी बीच बीजेपी के सरायकेला खरसावां के जिला अध्यक्ष विजय महतो, बीजेपी युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष अभिषेक आचार्य और पूर्व जिला अध्यक्ष उदय सिंह देव अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए जहां उन्होंने शिलापट पर केंद्रीय मंत्री और खूंटी के सांसद अर्जुन मुंडा का नाम छोटे अक्षरों में लिखा होने का विरोध दर्ज किया. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि तीन बार झारखंड के सफल मुख्यमंत्री रह चुके अर्जुन मुंडा के अस्तित्व को मिटाने का प्रयास किया जा रहा है जिसे वह कभी भी बर्दाश्त नहीं करेंगे, यह युद्ध आज शुरू हुआ है और जब तक अगला चुनाव नहीं आएगा तब तक जारी रहेगा.
आनन-फानन में विधायक ने किया शिलान्यास
इस दौरान अभिषेक आचार्या ने पूरे कार्यक्रम को रद्द कर दोबारा शिलापट बनवाने की बात कही. समर्थकों के साथ आए स्थानीय विधायक दशरथ गागराई को यह बात अपमानजनक लगी और उन्होंने आनन-फानन में शिलापट से पर्दा हटा कर सड़क निर्माण कार्यक्रम का शिलान्यास कर दिया. शिलापट के सामने भाजयुमो अध्यक्ष खड़ा खड़े हो गए और अपना विरोध दर्ज करने लगे, जिसे विधायक ने धक्का देकर मौके से हटाने का प्रयास किया. जिसके बाद बीजेपी और झामुमो कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. मामला इतना बढ़ गया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विधायक पर हमला बोल दिया जिन्सहें मर्थकों और अंगरक्षकों ने दूर करने का प्रयास किया. इस दौरान दोनों तरफ से जुबानी जंग तेज हो गई.
बीजेपी कार्य़कर्ताओं ने किया यह दावा
उधर, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बताया कि इस सड़क की लागत की राशि भी शीलापट पर अंकित नहीं है. विधायक सिर्फ टेंडर मैनेज का काम करते हैं. आम लोगों के सवालों पर भी दादागिरी दिखाते हैं. वहीं विधायक के साथ आए लोगों ने कहा कि यह सड़क बीते 15 साल से जर्जर स्थिति में है जिसे बनवाने का प्रयास स्थानीय विधायक के द्वारा किया जा रहा है. जब विधायक से पत्रकारों ने पूछा कि धक्का-मुक्की क्यों हुई? तो पूरा मामला विधायक छुपाने का प्रयास करते देखे गए और उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है लेकिन सारी सच्चाई कैमरे में कैद हो गई.
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