Jharkhand में एक हफ्ते के भीतर मॉब लिंचिंग की दूसरी वारदात, बोकारो से सामने आई दिलदहला देने वाली घटना
Bokaro News: झारखंड में पिछले एक हफ्ते के दौरान मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) की दूसरी वारदात हुई है. बोकारो (Bokaro) में एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है.
Mob Lynching In Bokaro: झारखंड (Jharkhand) में एक हफ्ते के भीतर मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) की दूसरी वारदात सामने आई है. बोकारो (Bokaro) जिले के महुआटांड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत धवैया गांव में भीड़ ने बृहस्तिवार रात 45 वर्षीय इमरान अंसारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी. वारदात के पीछे अवैध संबंध का विवाद बताया जा रहा है. वारदात के बाद धवैया और आस-पास के गांवों में भारी तनाव है. इसे देखते हुए गांव में रैपिड एक्शन फोर्स (रैफ) के साथ-साथ बड़ी तादाद में पुलिस बल की तैनाती की गई है. बेरमो के एसडीएम अनंत कुमार और एसडीपीओ सतीश चंद्र झा सहित कई अफसर भी गांव में कैंप कर रहे हैं. धवैया में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा भी लागू कर दी गई है.
गांव में तनाव का माहौल
पुलिस के मुताबिक, इस मामले में अब तक 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है. बताया जा रहा है कि बृहस्तिवार की रात दुर्गा पूजा के विसर्जन जुलूस में शामिल एक समूह ने इमरान अंसारी नाम के शख्स पर हमला कर दिया. इससे वो गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे पुलिस ने तत्काल इलाज के लिए रांची रिम्स भेजा लेकिन उसकी मौत हो गई. खबर के गांव में फैलते ही तनाव की स्थिति बन गई.
सामने आई ये वजह
घटना के पीछे की वजहों के बारे में पूछे जाने पर एसडीपीओ सतीश चंद्र झा ने बताया कि फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता. मृतक के परिजनों ने शिकायत दर्ज कराई है, जिसके आधार पर जांच चल रही है. इधर ग्रामीण सूत्रों के मुताबिक इमरान अंसारी का गांव की एक विवाहित महिला के साथ अवैध संबंध था. इसे लेकर पैदा हुए विवाद की वजह से उसकी हत्या की गई. ये भी बताया जा रहा है कि इस वारदात को अंजाम देने के पहले ग्रामीणों के एक समूह ने बैठक भी की थी.
मॉब लिंचिंग की दूसरी घटना
बता दें कि, झारखंड में पिछले एक हफ्ते के दौरान मॉब लिंचिंग की ये दूसरी वारदात है. इससे पहले बीते सोमवार को गुमला जिला अंतर्गत जारी थाना क्षेत्र के डूमरटोली बस्ती के पास भीड़ ने बकरी चोरी के आरोप में 22 वर्षीय एजाज खान की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. इस वारदात में पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के नीमगांव के कई लोग आरोपी बनाए गए हैं. भीड़ के इस हमले में एजाज का दूसरा साथी किसी तरह जान बचाकर भागने में सफल रहा था.
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