Jharkhand News: झारखंड के सिमडेगा में 'सीटी बजाओ स्कूल बुलाओ’ का आरंभ कुछ यूं मिल रहा अनोखी मुहिम का फायदा
Siti Bajao School Bulao Campaign: झारखंड के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की तरफ से स्कूलों में एक अनोखी पहल शुरू की गई है. इस मुहिम के बच्चों के अभिभावकों ने भी तारीफ की है.
Jharkhand News: झारखंड के सिमडेगा जिले में महीने भर से अधिक समय से कक्षा में नहीं आ रहे बच्चों को वापस बुलाने के लिए झारखंड के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की तरफ से एक अनोखी पहल की गई है. बच्चों को वापस स्कूल लाने के प्रयास के तहत सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ’ नामक कार्यक्रम शुरू किया गया है. जिसमें स्कूल के बच्चे बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे है.
इस अभियान कार्यक्रम को लेकर छात्रा फतह परवीन का कहना है कि बचपन में जब हम सीटी बजाते थे तो एक दूसरे को बुलाने के लिए बजाते थे, अब स्कूल की उपस्थिति बढ़ाने के लिए सीटी बजाते है.ताकि सभी को पढ़ने का मौका मिले. स्कूल में उपस्थिति बढ़ेगी तो हम एक दूसरे के दोस्त बने रहेंगे.
‘बच्चों की स्कूल में बढ़ी उपस्थिति’
झारखंड के सिमडेगा जिले के सरकारी स्कूल की प्रिंसीपल सूफिया खातून का कहना है कि बच्चों को गलियों-मोहल्लों में सीटी बजाते हुए घुमाया गया है. जिससे बच्चों की स्कूल में उपस्थिति बढ़ी है. सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ’ नामक कार्यक्रम बच्चों के लिए बहुत ही कारगर साबित हो रहा है. इस मुहिम में सिमडेगा जिले के डीसी भी पीछे नहीं रहे. डीसी अजय कुमार भी सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ’ कार्यक्रम का हिस्सा बने.
उन्होंने भी सीटी बजाई. जिसके बाद उन्होंने कहा कि स्कूलों में विभिन्न कारणों से जो बच्चों की उपस्थिति कम हो रही है. उसे बढ़ाने में ये सिमडेगा जिले में सफल पहल रही है. इस कार्यक्रम को पूरे राज्य में लागू किया गया है. इस अभियान की आवाज पूरे देश में पहुंचेगी.
‘बच्चों के अभिभावकों ने भी मुहिम को लेकर की तारीफ’
वहीं सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ’ पहल को लेकर जब एक बच्चे के अभिभावक से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बच्चे पहले घर में बोल देते थे कि आज स्कूल बंद है और उन्हें पता नहीं चल पाता था कि बच्चे ने झूठ बोलकर छुट्टी मारी है. बच्चे जो बोलते थे वहीं मानना पड़ता था लेकिन सरकार ने जब से ये पहल शुरू की है. इससे दो पहले हो रहे है एक तो बच्चे झूठ नहीं बोल रहे है. दूसरा स्कूल भी जा रहे है. इस मुहिम का फायदा अभिभावकों को भी मिल रहा है.