Jharkhad News: झारखंड के धनबाद (Dhanbad) जिले में बरवाअड्डा थाना क्षेत्र आए दिन किसी ना किसी मामले को लेकर चर्चा में बना रहता है. वहीं अब यहां चरकपत्थर गांव में कुछ लोगों द्वारा सामाजिक बहिष्कार का पोस्टर चिपकाया गया है.दरअसल,  गांव की गलियों में दीवारों पर यह पोस्टर चिपकाया गया है, जिसमें एक परिवार को समाज से बेदखल करने की बात लिखी गई है. इस मामले में पीड़ित परिवार ने स्थानीय थाने में शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है.


दरअसल, चरकपत्थर गांव की में सामाजिक बहिष्कार से संबंधित पोस्टर चिपकाए गए हैं. इसमें गांव के निजामुद्दीन अंसारी और मोबीन अंसारी को समाज से बहिष्कृत किए जाने की बात लिखी गई है. बता दें कि, पोस्टर में लिखा हुआ है कि कर्बला के रास्ते पर कब्जा किए जाने के कारण इन्हें समाज से बहिष्कृत किया जाता है. बताया जाता है कि कर्बला 60 साल पुराना है और बीस साल पहले निजामुद्दीन और मोबीन अंसारी ने ग्रामीणों कि मौजूदगी में अमीन से माप कराकर कर्बला के लिए रास्ता छोड़ा था, लेकिन अब निजामुद्दीन और मोबीन दोनों भाई इस रास्ते पर कब्जा कर रहे है. इसलिए उन्हें समाज से बहिष्कृत किया जा रहा है. 


जमीन विवाद से जुड़ा मामला


पोस्टर में लिखा है कि, चरकपत्थर गांव का कोई भी शख्स इनसे बात नहीं करेगा और ना ही इनको किसी दावत में आमंत्रित करेगा. इसके साथ ही इनके साथ किसी तरह का व्यवसाय भी लोग नहीं करेंगे. इस मामले में पीड़ित निजामुद्दीन ने गांव के छह लोगों पर आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने आवेदन में लिखा है कि गांव के चंद लोग उनसे पैसा ऐंठने की कोशिश कर रहे थे. कई बार डराने की कोशिश की, लेकिन वे उसमें कामयाब नहीं हो सके. इसलिए गांव में घर में आस-पास सामाजिक बहिष्कार का पोस्टर फोटो के साथ चिपकाया है. वहीं इस मामले कर डीएसपी अमर पांडेय ने बताया कि, पूरा मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ है. कब्रिस्तान जाने वाले रास्ते को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था. दोनों पक्षों को बिठाकर मामले को सुलझा लिया गया है.





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