Jharkhand: मेड को टॉर्चर करने का किया विरोध तो सीमा पात्रा ने अपने ही बेटे पर किए जुल्म, पागलखाने में करा दिया भर्ती
Ranchi News: सीमा पात्रा (Seema Patra) के जुल्म की शिकार मेड सुनीता ही नहीं बनी. सीमा के बेटे आयुष्मान पात्रा ने भी मेड कर किए जा रहे जुल्म का विरोध किया था और उसको इसकी सजा भुगतनी पड़ी.
Jharkhand Seema Patra Son Oppose Maid Torture: झारखंड (Jharkhand) के रिटायर्ड आईएएस की पत्नी और निलंबित बीजेपी नेत्री सीमा पात्रा (Seema Patra) घर में काम करने वाली मेड सुनीता (Sunita) पर थर्ड डिग्री टॉर्चर करने लगीं तो उनके बेटे आयुष्मान पात्रा (Ayushman Patra) ने विरोध किया था. इस पर सीमा पात्रा ने अपने पुत्र को ही मनोरोगी घोषित कर रांची (Ranchi) की चर्चित मानसिक आरोग्यशाला रिनपास में भर्ती करा दिया था. हद तो ये हो गई कि उन्होंने बेटे के हाथ में बेड़ियां लगाकर उसे जबरन यहां दाखिल कराया था. सोमवार को जब सुनीता के टॉर्चर की खबरें छपीं तो उन्होंने अपने पुत्र को आनन-फानन यहां से रिलीज करवा लिया है.
सुनीता ने बताई जुल्म की कहानी
मंगलवार को पुलिस ने सीमा पात्रा की कैद से आजाद कराई गई सुनीता का कोर्ट में धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया है. उसने अपने बयान में खुद पर हुए जुल्म की पूरी कहानी कोर्ट के समक्ष बताई है. सुनीता के अनुसार, उसे गरम तवे से जगह-जगह दागा गया, लोहे की रॉड से उसके आगे के तीन-चार दांत तोड़ दिए गए. उसका खाना-पानी तक बंद कर दिया गया था. झारखंड सरकार के कार्मिक विभाग के एक अफसर की सूचना पर रांची पुलिस ने उसे 22 अगस्त को सीमा पात्रा के रांची के अशोकनगर स्थित आवास से मुक्त कराया था.
गुमला की रहने वाली है सुनीता
आदिवासी समुदाय से आने वाली सुनीता गुमला के एक गांव की रहने वाली है. करीब 10 साल पहले वो रिटायर्ड आईएएस महेश्वर पात्रा और सीमा पात्रा के घर मेड के तौर पर काम करने के लिए लाई गई थी. बाद में वो दिल्ली में रहने वाली उनकी पुत्री वत्सला पात्रा के साथ भेज दी गई. दिल्ली से उनके तबादले के बाद सुनीता वापस रांची सीमा पात्रा के घर आई. यहां काम करते हुए उसे हमेशा प्रताड़ित किया जाता रहा.
बात-बात पर की जाती थी पिटाई
सुनीता ने घर जाने की इजाजत मांगी तो पिटाई करते हुए उसे कमरे में बंद कर दिया गया. बात-बात पर पिटाई आम हो गई. दर्जनों बार उसे गरम तवे से दागा गया. जिस कमरे में सुनीता को बंद किया गया, वहीं उसका बेडरूम और बाथरूम था. लगातार पिटाई से उसकी हालत ऐसी हो गई थी कि वो फर्श पर घिसट-घिसट कर चलती थी. अगर गलती से सुनीता का पेशाब कमरे से बाहर चला जाता तो उसे अपने मुंह से उसे चाट कर साफ करना पड़ता था.
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