Jharkhand: बर्लिन स्पेशल ओलंपिक गेम्स के लिए चयन प्रक्रिया शुरू, बोकारो में लगा 4 दिवसीय सिलेक्शन कैंप
Bokaro News: बर्लिन (Berlin) में होने वाले स्पेशल ओलंपिक गेम्स के लिए सिलेक्शन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इसी क्रम में 4 दिवसीय राष्ट्रीय साइकिलिंग सिलेक्शन कैंप की शुरुआत बोकारो में हुई है.
Selection Camp in Bokaro For Olympic Games: अगले वर्ष 2023 में जर्मनी (Germany) के बर्लिन (Berlin) में होने वाले स्पेशल ओलंपिक गेम्स (Special Olympic Games) के लिए सिलेक्शन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इसी क्रम में झारखंड (Jharkhand) के बोकारो (Bokaro) में बृहस्पतिवार से 4 दिवसीय राष्ट्रीय साइकिलिंग सिलेक्शन कैंप की शुरुआत हुई है. इस कैंप का उद्घाटन बोकारो के उपायुक्त कुलदीप चौधरी, एसपी चंदन कुमार झा और बोकारो स्टील (Bokaro Steel) के निदेशक प्रभारी अमरेंदु प्रकाश ने संयुक्त रूप से किया.
21 राज्यों के प्रतिभागी पहुंचे बोकारो
इस सिलेक्शन कैंप में देश के 21 राज्यों से 176 दिव्यांग प्रतिभागी शामिल होने बोकारो पहुंचे हैं. इसमें महिला और पुरुष प्रतिभागी शामिल हैं. इस सिलेक्शन कैंप का आयोजन 21 जुलाई से 24 जुलाई तक किया जा रहा है. यहां आयोजित होने वाले कैंप में पुरुष वर्ग से 12 और महिला वर्ग से 12 खिलाड़ियों का चयन स्पेशल ओलंपिक गेम्स के लिए किया जाएगा. सभी चयनित खिलाड़ी अगले वर्ष जर्मनी के बर्लिन में आयोजित स्पेशल ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे.
सिलेक्शन ट्रायल के लिए तैयार की गई सड़क
बोकारो के राम मंदिर चौक से एडीएमके राजेंद्र चौक तक की सड़क को इस सिलेक्शन ट्रायल के लिए तैयार किया गया है. जहां प्रतिभागी 4 दिनों तक साइकिलिंग कर अपनी प्रतिभा को दिखाने का काम करेंगे. बोकारो स्टील और स्पेशल ओलंपिक भारत की ओर से बोकारो में इस कैंप का आयोजन किया गया है. जहां बोकारो स्टील सीएसआर विभाग की तरफ से इस पूरे आयोजन को किया जा रहा है.
जानें क्या बोले प्रतिभागी
साइकिलिंग कैंप में भाग लेने पंजाब से आए प्रतिभागी शिवम ने बताया कि 2-3 वर्षों से वो साइकिलिंग कर रहे हैं. बोकारो में ओलंपिक गेम्स में शामिल होने के लिए साइकिलिंग ट्रायल देने यहां आए हैं. शिवम ने बताया कि वो जर्मनी में होने वाले स्पेशल ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं. उनका कहना है कि वो यहां अपनी प्रतिभा को दिखाने का काम करेंगे. झारखंड रांची के प्रतिभागी खेदा नारायण ने बताया कि वो इस प्रतियोगिता में भाग लेकर बहुत खुश हैं. वो चाहते हैं कि वो अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाकर अपने कोच और माता-पिता का नाम रोशन करें. उन्हें भरोसा है कि यहां से चयनित होकर वो ओलंपिक गेम्स में भाग लेने जर्मनी जरूर जाएंगे.
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