याची ने की CBI जांच की मांग


झारखंड हाईकोर्ट में आज ग्रामीण विकास विभाग के निलंबित मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के खिलाफ दायर की गई याचिका पर सुनवाई की गई. यह याचिका उनकी संपत्ति की सीबीआई जांच करवाने के लिए दायर की गई थी. इस दौरान कोर्ट की तरफ से याचिकाकर्ता को रिज्वाइंडर दाखिल करने का निर्देश दिया गया है. अब कोर्ट इस जनहित याचिका पर 26 जुलाई को सुनवाई करने वाला है. कोर्ट में सुनवाई के दौरान ईडी और एसीबी ने अब तक इन लोगों पर क्या कार्रवाई की गई है उसे न्यायाधीश संजय कुमार मिश्र की खंडपीठ को जानकारी दी. ईडी और एसीबी ने प्रगति रिपोर्ट के माध्यम से कोर्ट को बताया है कि वीरेंद्र राम की 39 करोड़ 28 लाख 82 हजार 578 रुपए की संपत्ति अटैच की गई है. इसके अलावा, झारखंड सरकार की तरफ से कोर्ट को बताया गया है कि उनकी तरफ से 9 मई से ही वीरेंद्र राम के खिलाफ जांच शुरू करवा दी गई थी. इस दौरान याचिकाकर्त्ता के वकील राजीव कुमार ने कहा कि ऐसा संभव नहीं है कि वीरेंद्र राम के संपत्ति की जानकारी विभाग के मंत्री को ना हो, सभी भी सांठगांठ से भ्रष्टाचार किया गया है ऐसे में मामले की सीबीआई जांच की जानी चाहिए.


19 जून तक भीषण गर्मी और लू का प्रकोप बरकरार


झारखंड में भीषण गर्मी और लू का प्रकोप जारी है. अगले ​कुछ दिनों तक गर्मी से राहत की कोई उम्मीद नहीं है. झारखंड की राजधानी रांची स्थित मौसम विभाग के प्रमुख अभिषेक आनंद ने बताया कि फिलहाल राज्य में कम से कम 19 जून तक गर्मी से राहत के कोई संकेत नहीं हैं. झारखंड मौसम विभाग ने बताया है कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में अधिकतम तापमान 38 से 44 डिग्री सेल्शियस के बीच बना रहेगा. पूरे राज्य में कम से कम अगले चार से पांच दिनों तक ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना है. झारखंड के विभिन्न हिस्सों में भीषण गर्मी और तेज व गर्म हवाओं के प्रकोप को देखते हुए शिक्षा विभाग ने आठवीं कक्षा तक के सभी विद्यालयों में अवकाश तीन दिन आगे के लिए बढ़ा दिए हैं. इन स्कूलों को अब शनिवार 17 जून तक बंद रखने का निर्देश दिया गया है. बता दें कि झारखंड में 14 जून तक ग्रीष्मावकाश था. राज्य के विद्यालयीय शिक्षा एवं साक्षरता सचिव के रवि कुमार ने आज शाम जारी नए निर्देश में सभी तरह के सहायता प्राप्त एवं गैर सहायता प्राप्त विद्यालयों को अब 17 जून तक आठवीं तक की कक्षाएं बंद रखने के आदेश दिये हैं.


JMM ने प्रदेश को भ्रष्टाचार के दलदल में धकेला


लोकसभा चुनाव होने में करीब एक साल का समय शेष है, लेकिन झारखंड में अभी से सियासी माहौल गरमा गया है. राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने दुमका रैली में लोगों को संबोधित करते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा पर परिवारवादी पार्टी होने का आरोप लगाते हुए सत्ताधारी पार्टी पर निशाने पर ले लिया. राजे ने बुधवार को झामुमो और कांग्रेस पर परिवारवाद और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा था कि इन लोगों ने ही आप के मुंह की रोटी छीनी है. उन्होंने जेएमएम प्रमुख शिबू सोरेन परिवार पर हमला बोलते हुए लोगों से पूछा, 'कब तक आप लोग एक ही परिवार के लोगों को जिताइएगा. शिबू सोरेन का एक बेटा मुख्यमंत्री, दूसरा पुत्र और बहू विधायक है. झारखंड में यह सब कब तक चलता रहेगा. क्या आपका परिवार नहीं है, क्या आपके परिवार के युवाओं को एमपी और विधायक बनने का मौका नहीं मिलना चाहिए. वसुंधरा राजे यहीं पर नहीं रुकीं, उन्होंने आगे कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 9 साल में पूरे देश में अंत्योदय विकास का सपना साकार हो रहा है, लेकिन झारखंड में 40 साल से राज करने वाली पार्टी जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन व उनके पुत्र ने प्रदेश को भ्रष्टाचार के दलदल में धकेल दिया.'  


'झारखंड में युवा बेरोजगार, सीएम को मिला रोजगार'


बीजेपी द्वारा 4 लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी मिलने के बाद राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे तीन दिवसीय दौरे पर झारखंड आई हुई हैं. 14 जून को उन्होंने दुमका में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान राजे ने कांग्रेस और जेएमएम पर जमकर निशाना साधा और प्रदेश के मुख्यमंत्री पर भी सीधा हमला किया. राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए इसका जिक्र किया है. राजे ने लिखा, झारखंड में 3 लाख से अधिक सरकारी पद खाली हैं, इसके बावजूद युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा. हां मुख्यमंत्री जी को जरूर रोजगार मिल गया है. उनके पास खदाने हैं. दलालों ने भ्रष्ट अफसरों-कर्मचारियों से सांठगांठ कर सेना की जमीन तक बेच डाली, जिससे जनता वाकिफ है.'


झारखंड में महिलाएं सुरक्षित नहीं


बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन और उसके परिवार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य की बदहाली के लिए शिबू सोरेन और उनका परिवार जिम्मेदार है. उन्होंने कहा 40 साल के शिबू और हेमंत के शासन में राज्य की दुर्दशा हो गई है. दुमका के कैरबनी मैदान पर आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले चालीस सालों के सोरेन राज में यहां की मां-बेटियां तक सुरक्षित नहीं हैं, उनको काटा जा रहा है, टुकड़े-टुकड़े किया जा रहा है. इस राज्य में आज भी महिलायें सुरक्षित नहीं हैं.


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