Latehar Tornado: लातेहार जिले के बालूमाथ प्रखंड क्षेत्र स्थित सीसीएल की तेतरियाखाड़ कोलियरी में बिते मंगलवार की दोपहर उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल हो गया जब वहां काम कर रहे मजदूरों ने हवा में बवंडर उठता देखा. मजदूर पहले तो समझ नहीं पाए मगर बवंडर ने कुछ ही समय में भव्य रूप धारण कर लिया है. जिसके बाद आए बवंडर से अफरातफरी का माहौल बन गया है. करीब आधे घंटे तक कोलियरी क्षेत्र में अफरा-तफरी मची रही.


चक्रवाती तूफान थम जाने के बाद मिली राहत
इस दौरान कोलियरी परिसर में कोयले का लोडिंग और अनलोडिंग का कार्य बिल्कुल ठप हो गया और लोग इधर-उधर भागते नजर आए. चक्रवाती तूफान इतना भयानक था कि कोयले के गर्दे की गुबार करीब 100 मीटर की ऊंचाई तक के साथ-साथ 50 मीटर की परिधि को अपने आगोश में जमाए रखा था. हालांकि इस दौरान इस चक्रवाती तूफान के कारण कहीं भी अप्रिय घटना नहीं हुई और चक्रवाती तूफान थम जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली और कोलियरी का सभी कार्य यथावत प्रारंभ हो गया.


क्या होता है बवंडर?
आपने अक्सर हवा में उड़ता हुआ धूल जरूर देखा होगा जब वो एकसाथ गोल घेरे में उड़ते हैं तो बवंडर की शक्ल ले लेते हैं. आपको बता दें, महत्वपूर्ण नुकसान करने में सक्षम हैं और 300 मील प्रति घंटे (480 किलोमीटर प्रति घंटे) तक की हवा की गति हो सकती है. वे आकार और तीव्रता में भिन्न हो सकते हैं, कुछ बवंडर छोटे और कमजोर होते हैं, और अन्य बड़े और अत्यंत शक्तिशाली होते हैं. बवंडर संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे आम हैं, लेकिन वे दुनिया के अन्य हिस्सों में भी हो सकते हैं. वे आम तौर पर तेज आंधी में बनते हैं और अक्सर भारी बारिश, ओलों और तेज हवाओं के साथ होते हैं.


ये भी पढ़ें: Jharkhand Budget 2023: अपनी ही सरकार के खिलाफ CM सोरेन के विधायक ने खोला मोर्चा, बहंगी लेकर पहुंचे विधानसभा