Jharkhand Weather: बंगाल की खाड़ी में बन रहे लो प्रेशर का दिखेगा असर, होगी झमाझम बारिश, अलर्ट जारी
Ranchi News: झारखंड (Jharkhand) के कई जिलों में बारिश (Rain) के साथ वज्रपात होने की संभावना जताई गई है. रांची मौसम केंद्र की तरफ से अलर्ट जारी करते हुए कहा गया है कि लोग सावधान रहें.
Jharkhand Weather Update: झारखंड (Jharkhand) में जल्द ही मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदला हुआ नजर आ सकता है. रांची मौसम केंद्र के मुताबिक शुक्रवार को राज्य के कई जिलों में बारिश (Rain) के साथ वज्रपात होने की संभावना जताई गई है. इसके लिए तात्कालिक अलर्ट जारी कर दिया गया है. मौसम केंद्र के मुताबिक राज्य कई जिलों में अगले कुछ घंटों में हल्के से मध्यम दर्जे के बारिश हो सकती है. कई जगहों पर तेज हवा भी चल सकती है. मौसम केंद्र के मुताबिक इसका असर बोकारो, देवघर, दुमका, हजारीबाग, लातेहार, लोहरदगा, रामगढ़, चतरा, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गोड्डा, खूंटी, पलामू, सरायकेला-खरसावां, पश्चिम सिंहभूम जिले के कुछ भागों में देखने को मिलेगा.
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
रांची मौसम केंद्र की तरफ से अलर्ट जारी करते हुए कहा गया है कि लोग सावधान रहें और अपना ख्याल रखें. जहां कहीं भी हों, वहां से सुरक्षित जगहों पर चले जाएं. पेड़ के नीचे खड़ा नहीं हों. बिजली के खंभों से दूर रहें. किसान खेतों में ना जाएं. मौसम सामान्य होने का इंतजार करें.
— Mausam Kendra, Ranchi (@mc_ranchi) September 9, 2022
जानें रांची में कैसा रहेगा मौसम
इस बीच यहां ये भी बता दें कि, बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन (Cyclonic Circulation) की वजह से निम्न दबाव का क्षेत्र (Low Pressure Area) बन रहा है. इसकी वजह से राजधानी रांची समेत झारखंड के लगभग सभी हिस्सों में बारिश होने की संभावना है. राजधानी रांची में 15 सितंबर तक बारिश का अनुमान है. इस दौरान तापमान 26 से 31 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है, जबकि न्यूनतम तापमान 22 से 24 डिग्री के बीच रह सकता है. 9 से 13 सितंबर तक रांची में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे. मेघ गर्जन के साथ वर्षा होने की भी संभावना है.
कम हुई बारिश
बता दें कि, मानसून के इस सीजन में अब तक राज्य में 644.4 मिलीमीटर वर्षा हुई है. झारखंड में मानसून के सीजन में अब तक 873.8 मिलीमटर वर्षा हो जानी चाहिए थी. मानसून के दौरान बारिश का ये सामान्य स्तर है. लेकिन, इस वर्ष अब तक 26 फीसदी कम बारिश हुई है. बारिश कम होने की वजह से किसान मायूस हैं और सरकार की परेशानी बढ़ गई है.
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