Bokaro Elephant Terror: बोकारो में जंगली हाथी का आतंक, महिला के घर को तहस नहस कर श्राद्ध के सामान को बनाया निवाला
Elephant Terror: बोकारो में एक विधवा महिला के घर को जंगली हाथी ने पूरी तरह से तोड़ डाला है. साथ ही घर में रखे उसके पति के श्राद्ध भोज के सामान को भी बर्बाद कर दिया है.
Jharkhand News: झारखंड के बोकारो (Bokaro) जिले के पेटरवार थाना क्षेत्र अंतर्गत रांगामाटी गांव में देर रात झुंड से बिछड़े एक जंगली हाथी (Wild Elephant) ने जमकर उत्पात मचाया. यहां एक श्राद्ध वाले घर में ना सिर्फ श्राद्ध और भोज का सामान नस्ट कर दिया, बल्कि पूरे घर को भी तहस नहस कर दिया. वहीं घर में अकेली विधवा महिला और उसकी छह बेटियों ने भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई. दरअसल, बोकारो जिले के पेटरवार थाना अंतर्गत रांगामाटी गांव में एक परिवार पर एक के बाद एक विपदा ऐसी आई की मानों आसमान टूट पड़ा हो. बता दें कि, गांव के एक दिहाड़ी मजदूर भोला भोक्ता की मौत 10 दिन पहले बीमारी की वजह हो गई थी.
भोला के जाने के बाद परिवार में पत्नी रत्नी देवी और उसकी छह बेटियों ने किसी तरह भोला के श्राद्ध कर्म की व्यवस्था की. साथ ही भोज के लिए कुछ सामग्री जुटाई थी. इसी बीच गुरुवार की देर रात जंगली हाथियों के झुंड से बिछड़ कर एक हाथी गांव में घुस आया और रत्नी देवी के घर को पूरी तरह तहस नहस कर दिया. घर में मौजूद लोगों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई, लेकिन हाथी ने श्राद्ध भोज के सभी सामानों को अपना निवाला बना लिया.
लोगों ने की मुआवजे की मांग
वहीं परिवार में पहले ही एक सदस्य को खोने का गम था, लेकिन अब घर तबाह हो जाने से एक और आफत आ गई है. रत्नी देवी किसी तरह भाग कर अपनी बेटियों की जान तो बचा ली, लेकिन भागने के दौरान उनकी एक बेटी के सिर में गंभीर चोट लग गई. वहीं पीड़ित महिला ने बताया कि उनकी छः बेटियां हैं. पति की मौत हो जाने से उनपर दुखों का पहाड़ टूट गया है. वहीं अब हमारे सिर से छत भी छिन गई. इस मामले में गांव के पूर्व मुखिया नारायण गंझू का कहना है कि, वन विभाग मौके पर आए और मामले की जानकारी लेकर पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दे. उन्होंने कहा इसके लिए वन विभाग के अधिकारियों से मिलकर बात की जाएगी, ताकि गरीब पीड़ित परिवार को छत मिल सके.