Jharkhand Wild Elephants On Road In Ramgarh: झारखंड (Jharkhand) में हाथियों (Elephants) का उत्पात जारी है. ताजा मामला रामगढ़ (Ramgarh) जिले से सामने आया है जहां हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया. रामगढ़ को बोकारो (Bokaro) से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 40 हाथियों का झुंड आ धमका जिससे वाहनों की रफ्तार थम गई. हाथियों के आने की वजह से हाईवे पर वाहनों और ट्रकों की लंबी कतारें लग गईं. रामगढ़ के संभागीय वन अधिकारी (DFO) वेद प्रकाश कंबोज ने बताया कि, बृहस्तिवार रात को हुई इस घटना के दौरान स्थानीय युवाओं ने वीडियो शूट करते हुए सेल्फी भी ली.
फसलों के किया बर्बाद
वेद प्रकाश कंबोज ने बताया कि करीब 40 हाथियों के झुंड ने नेशनल हाईवे 23 को अवरुद्ध कर दिया, जिससे लंबा जाम लग गया. इसके बाद हाथियों ने दुलमी और चित्तरपुर ब्लॉक में फसलों को बर्बाद कर दिया और लोगों पर भी हमला किया. हाथियों के इस हमले में एक शख्स गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हाथी के बच्चे को बचाया गया
डीएफओ ने ये भी बताया कि उत्पात के दौरान हाथी का एक बच्चा सड़क के किनारे पानी से भरे एक कुएं में गिर गया था, हालांकि उसे बचा लिया गया. चित्तरपुर के पास हाईवे पर हुए हाथियों के इस उत्पात के कारण करीब एक घंटे तक हाईवे बाधित रहा और वाहनों की रफ्तार थम गई.
कंबोज ने बताया कि हाथियों का झुंड पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल को पार कर झारखंड में आ गया था और इसमें यहां के हाथी भी शामिल हो गए थे. वन विभाग के मुताबिक फिलाहल हाथियों का ये झुंड अब रामगढ़ शहर और जिला मुख्यालय के पास डेरा डाले हुए है. वन विभाग के अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है.
जारी है इंसानों और हथियों के बीच संघर्ष
गौरतलब है कि, झारखंड में हाथियों और इंसानों के बीच संघर्ष का सिलसिला लगातार जारी है. साल 2022 के बीते 8 महीनों की बात करें तो हाथियों के हमले में जहां 55 लोगों ने जान गंवाई है, वहीं अलग-अलग वजहों से 10 हाथियों की मौत हुई है. गुस्साए गजराज भी राज्य के 15 से ज्यादा जिलों में जमकर आतंक मचा रहे हैं. पिछले 2-3 वर्षों में हजारीबाग जिले में हाथियों ने सबसे ज्यादा उत्पात मचाया है.
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