Jharkhand Cold Wave: झारखंड में पड़ रही है कड़ाके की ठंड, मंत्री चंपई सोरेन ने अधिकारियों दिए ये निर्देश
Jharkhand News: झारखंड सरकार में मंत्री चंपई सोरेन ने बढ़ती ठंड के मद्देनजर अधिकारियों को प्रमुख चौक-चौराहों पर अलाव का प्रबंध करने और कंबल वितरण की प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश दिया है.
Jharkhand Cold Wave: झारखंड (Jharkhand) में सर्दी का सितम जारी है. राजधानी रांची (Ranchi) समेत पूरे राज्य में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ठंडी हवाओं की वजह से ठिठुरन भी बढ़ गई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की तरफ से कहा गया है कि, अगले 2 दिन तक उत्तर-पश्चिमी भारत में शीतलहर से लेकर गंभीर शीतलहर की स्थिति जारी रहने और उसके बाद इसके कम होने की संभावना है. झारखंड के कुछ हिस्सों में बुधवार दोपहर तक शीतलहर की स्थिति रहने की संभावना है.
मंत्री ने दिए निर्देश
इस बीच झारखंड सरकार में मंत्री चंपई सोरेन (Champai Soren) ने बढ़ती ठंड के मद्देनजर अधिकारियों को प्रमुख चौक-चौराहों पर अलाव का प्रबंध करने और कंबल वितरण की प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश दिया है. मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि, 'बढ़ती ठंड के मद्देनजर सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को प्रमुख चौक-चौराहों पर अलाव का प्रबंध करने तथा कम्बल वितरण की प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश दिया गया है. अगर आपके आस-पास किसी को कम्बल की जरूरत हो, तो नजदीकी प्रखंड कार्यालय से संपर्क करें.'
बढ़ती ठंड के मद्देनजर सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को प्रमुख चौक-चौराहों पर अलाव का प्रबंध करने तथा कम्बल वितरण की प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश दिया गया है। अगर आपके आस-पास किसी को कम्बल की जरूरत हो, तो नजदीकी प्रखंड कार्यालय से संपर्क करें। pic.twitter.com/rdu3WaJHKf
— Champai Soren (@ChampaiSoren) December 20, 2021
कब होती है गंभीर शीतलहर
गौरतलब है कि, जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम या उसके बराबर हो और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम हो, तो इसे ठंडा दिन कहा जाता है. न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम होने और सामान्य से 4.5 डिग्री कम होने पर भी शीतलहर घोषित की जाती है. वहीं, गंभीर शीतलहर तब होती है जब न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक हो जाता है या यह सामान्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक नीचे होता है.
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