एक्सप्लोरर

Jharkhand: महानगरों से लौटे युवकों ने नक्सल प्रभावित गांव की बदल दी तस्वीर, दिखाई आत्मनिर्भरता की राह

Chatra News: झारखंड (Jharkhnad) के चतरा जिले में फतहा गांव की कहानी बेहद दिलचस्प है. यहां के 4 युवकों ने गांव की तस्वीर ही बदल दी है. अब इस गांव की मिसाल दी जा रही है.

Jharkhand Youths Changed The Picture of Naxalite Affected Village: ये झारखंड (Jharkhand) के नक्सलवाद प्रभावित चतरा (Chatra) जिले के एक ऐसे गांव की कहानी है, जहां के 4 हुनरमंद युवकों ने पूरे गांव को आत्मनिर्भरता की राह पर चलना सिखा दिया है. गांव का नाम है फतहा (Fatha), जो चतरा जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर सिमरिया प्रखंड में स्थित है. इस गांव में कपड़ों पर होने वाली कशीदाकारी, कढ़ाई और कारीगरी का उम्दा काम देश के कई महानगरों में पहुंच रहा है. अब स्वरोजगार (Self Employment) और स्वावलंबन के लिए इस गांव की मिसाल दी जा रही है. 

गांव लौटे युवकों ने लिया फैसला 
इस गांव के 4 युवक मेराज, हसमत, खालिद और नदीम पहले दिल्ली और बनारस जाकर कशीदाकारी का काम करते थे. परदेस में होने वाली मुश्किलों को देखकर उन्होंने गांव लौटकर अपने घरों से ये काम करने का फैसला लिया और फिर देखते-देखते उनका हुनर गांव के हर उस युवा तक जा पहुंचा, जिनके पास पहले खेती और दूसरों के यहां मजदूरी के सिवा कोई काम ना था. आज गांव में लगभग 3 दर्जन लोग महानगरों के बाजारों से मिलने वाले ऑर्डर को पूरा करने के लिए हर रोज सुबह से शाम तक कशीदाकारी में जुटे रहते हैं. आज यहां का हर कारीगर गांव में रहकर 18 से 25 हजार रुपये महीने तक की कमाई कर रहा है. सबसे खास बात ये कि आत्मनिर्भरता की ये राह गांव ने बगैर किसी सरकारी मदद के पकड़ी है. गांव में पिछले डेढ़ दशकों से ये काम चल रहा है, लेकिन आज तक किसी कारीगर ने किसी बैंक या वित्तीय संस्था से ना तो कोई मदद ली है और ना ही कोई कर्ज. 

बढ़ता रहा कारवां 
यहां के सबसे पुराने कारीगर हैं मोहम्मद मेराज. वो वर्ष 1999 में किसी काम की तलाश में दिल्ली गए थे. वहां लेडी श्रीराम कॉलेज के सामने एक दुकानदार के यहां रहकर उन्होंने इस काम को सीखा. उन्होंने जल्द ही समझ लिया कि दिल्ली में रहकर वो जितना कमा पाते हैं, उससे घर-परिवार का गुजारा मुश्किल से हो पाएगा. डेढ़-दो साल के बाद वो रांची लौटकर एक दुकानदार के यहां यही काम करने लगे. यहीं उन्होंने समझा कि महिलाओं के कपड़ों, साड़ियों पर हाथ के काम की शहर के बाजार में अच्छी डिमांड है. उन्होंने रांची के व्यवसायी से कहा कि वो गांव में इस काम में और लोगों को जोड़कर उन्हें ज्यादा संख्या में कशीदाकारी वाले कपड़ों की सप्लाई कर सकते हैं. व्यवसायी को भी यो बात अच्छी लगी, फिर मेराज गांव लौटे और तीन-चार संबंधियों को ये हुनर सीखा दिया. मेराज के अलावा खालिद, हशमत, नदीम ने भी बाहर रहकर ये काम सीखा था. ये सारे लोग धीरे-धीरे गांव लौटे और फिर गांव में कशीदाकारी का हुनर एक से होकर दूसरे हाथ तक पहुंचता रहा.


Jharkhand: महानगरों से लौटे युवकों ने नक्सल प्रभावित गांव की बदल दी तस्वीर, दिखाई आत्मनिर्भरता की राह

जगह की है कमी 
मोहम्मद मेराज ने आईएएनएस को बताया कि उनके साथ 10 लोग काम करते हैं. किसी के पास काम की कमी नहीं है. चुनौती समय पर ऑर्डर पूरा करने की है. इसके लिए हम लोग 10 से 12 घंटे तक काम करते हैं. एक अन्य कारीगर मोहम्मद आमिर बताते हैं कि उनके पास काम बहुत है, लेकिन वर्कशॉप के लिए जगह कम पड़ रही है. उन्हें हाल में एक इंदिरा आवास की मंजूरी मिली है, यह आवास बन जाने के बाद वहां कुछ और लोगों को काम करने की जगह मिल सकेगी.

ये भी जानें
कारीगर खालिद के मुताबिक गांव में मुख्य तौर पर 4 तरह के कपड़ों वेट, अरगंजा, जॉर्जेट और क्रेप पर कशीदाकारी का काम होता है. वो तैयार कपड़ों को पहले रांची पहुंचाते हैं, वहां से ये माल कोलकाता, दिल्ली, बनारस, मुंबई सहित देश के कई शहरों तक पहुंचता है. एक साड़ी में कढ़ाई का काम करने में एक कारीगर को 5 से 6 दिन लगते हैं. इसके एवज में उन्हें 3 से 4 हजार रुपये मिलते हैं. इसी तरह एक दुपट्टा को तैयार करने में 2 से ढाई दिन लगते हैं और इसके बदले उन्हें 15सौ रुपये मिल जाते हैं. अब ये लोग दिल्ली और दूसरे शहरों से खुद कपड़ा खरीदकर लाते हैं और उन पर कशीदाकारी करके बाजार तक पहुंचाते हैं.

सरकारी मदद से बदल सकती है तस्वीर 
चतरा के स्थानीय पत्रकार सूर्यकांत कमल कहते हैं कि फतहा गांव की पहचान चतरा, हजारीबाग और आस-पास के शहरों में कपड़ों में अनूठी कारीगरी के लिए है. यहां के कारीगरों को सरकारी मदद और सुविधाएं मुहैया कराई जाएं तो ये संगठित लघु उद्योग का रूप ले सकता है. चतरा की पहचान घोर नक्सल प्रभावित इलाके के रूप में होती है. स्वावलंबन की ऐसी कोशिशों को सरकारी सहायता से और विस्तार मिले तो इलाके के तस्वीर और तकदीर बदल सकती है.

ये भी पढ़ें:

Jharkhand: IAS की परीक्षा पास करने की झूठी खबर फैलाकर युवक ने CM हेमंत सोरेन के हाथों लिया सम्मान

अधीर रंजन चौधरी के बयान पर चौतरफा घिरी कांग्रेस, अर्जुन मुंडा बोले- 'पूरे देश से माफी मांगे सोनिया गांधी'

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

संभल की घटना को लेकर भड़की महबूबा मुफ्ती, कहा-अब ये हमारे घरों मे घुसकर मंदिर खोजेंगे
संभल की घटना को लेकर भड़की महबूबा मुफ्ती, कहा-अब ये हमारे घरों मे घुसकर मंदिर खोजेंगे
'...तो वहां का हिंदू बुजदिल और कायर है', बांग्लादेश के हिंदुओं पर क्यों भड़क गए धीरेंद्र शास्त्री?
'...तो वहां का हिंदू बुजदिल और कायर है', बांग्लादेश के हिंदुओं पर क्यों भड़क गए धीरेंद्र शास्त्री?
महाराष्ट्र के गोंदिया में भीषण सड़क हादसा, पलटी बस, अब तक 8 लोगों की मौत, CM शिंदे ने दिया ये आदेश
महाराष्ट्र के गोंदिया में भीषण सड़क हादसा, पलटी बस, अब तक 8 लोगों की मौत, CM शिंदे ने दिया ये आदेश
Divorce Ke Liye Kuch Bhi Karega Season 1 Review: इस सीरीज को Divorce ही दे दीजिए, अच्छे Idea को किया बर्बाद
डिवोर्स के लिए कुछ भी करेगा रिव्यू: इस सीरीज को 'डिवोर्स' ही दे दीजिए, अच्छे आइडिया को किया बर्बाद
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Sambhal Case Updates: संभल जामा मस्जिद मामले पर SC के निर्देश के बाद बोले मुस्लिम पक्ष के वकीलSambhal Case Updates : जुमे की नमाज से पहले मस्जिद के अंदर कैसा है माहौल? देखिए रिपोर्टSambhal Case Updates : जहां गरीब नवाज का दर, क्या वो मंदिर है? Ajmer Dargah | Breaking NewsSambhal Case Updates : संभल हिंसा पर SP सांसद जियाउर्रहमान बर्क का बयान | Ziaur Rahman Barq

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
संभल की घटना को लेकर भड़की महबूबा मुफ्ती, कहा-अब ये हमारे घरों मे घुसकर मंदिर खोजेंगे
संभल की घटना को लेकर भड़की महबूबा मुफ्ती, कहा-अब ये हमारे घरों मे घुसकर मंदिर खोजेंगे
'...तो वहां का हिंदू बुजदिल और कायर है', बांग्लादेश के हिंदुओं पर क्यों भड़क गए धीरेंद्र शास्त्री?
'...तो वहां का हिंदू बुजदिल और कायर है', बांग्लादेश के हिंदुओं पर क्यों भड़क गए धीरेंद्र शास्त्री?
महाराष्ट्र के गोंदिया में भीषण सड़क हादसा, पलटी बस, अब तक 8 लोगों की मौत, CM शिंदे ने दिया ये आदेश
महाराष्ट्र के गोंदिया में भीषण सड़क हादसा, पलटी बस, अब तक 8 लोगों की मौत, CM शिंदे ने दिया ये आदेश
Divorce Ke Liye Kuch Bhi Karega Season 1 Review: इस सीरीज को Divorce ही दे दीजिए, अच्छे Idea को किया बर्बाद
डिवोर्स के लिए कुछ भी करेगा रिव्यू: इस सीरीज को 'डिवोर्स' ही दे दीजिए, अच्छे आइडिया को किया बर्बाद
पाकिस्तान की हालत टाइट, Champions Trophy से पहले इंग्लैंड ने दे डाला तगड़ा झटका
पाकिस्तान की हालत टाइट, Champions Trophy से पहले इंग्लैंड ने दे डाला तगड़ा झटका
इस देश में पेट में पल रहे बच्चे को भी हो जाती है जेल, पैदा होने के बाद कैद में कटती है जिंदगी
इस देश में पेट में पल रहे बच्चे को भी हो जाती है जेल, पैदा होने के बाद कैद में कटती है जिंदगी
साल 2024 में ये वीडियो हुए सबसे ज्यादा वायरल, सोशल मीडिया पर तोड़ दिए रिकॉर्ड
साल 2024 में ये वीडियो हुए सबसे ज्यादा वायरल, सोशल मीडिया पर तोड़ दिए रिकॉर्ड
Fatima Sana Shaikh: मिर्गी जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं फातिमा सना शेख, जानें लक्षण और कारण
मिर्गी जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं फातिमा सना शेख, जानें लक्षण और कारण
Embed widget