Jharkhand News: झारखंड में सत्तारूढ़ जेएमएम और बीजेपी के बीच वार-पलटवार जारी है. इस बीच विपक्षी दल ने बांग्लादेशी नागरिकों के घुसपैठ के मुद्दे पर हेमंत सोरेन सरकार को निशाने पर लिया है. नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि जब बीजेपी डेमोग्राफी चेंज होने का मामला उठाती है तो कहा जाता था कि पार्टी इसपर राजनीति करती है, लेकिन यह हकीकत है कि संताल परगना में ऐसा हुआ है.


बाउरी के बयान पर जेएमएम ने एक्स पर लिखा, ''1 करोड़ दल-बदलू फ़ीस वाले नेता प्रतिपक्ष. पहले ये बताइए. देश के सीमा की सुरक्षा किसके हाथ है? बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा किसके हाथ है? केंद्र की बीजेपी सरकार घुसपैठ रोकने के लिए क्या कर रही है? अपने नाकामियों का ठीकरा कब तक दूसरों पर फोड़ेंगे ?''


बीजेपी का पलटवार


पार्टी ने कहा, ''झामुमो मांग करती है मोदी सरकार (56इंच) देश के सीमा की सुरक्षा करे एवं बांग्लादेश घुसपैठ को ख़त्म करे. साथ ही पत्रवीर बाबूलाल मरांडी (झारखंड बीजेपी अध्यक्ष) कम से कम एक पत्र इस मुद्दे पर मोदी/शाह को अवश्य लिखें एवं उन्हें अपना कर्तव्य याद दिलाएं.''


इसके बाद बीजेपी ने कहा, ''राज्य सरकार के पास इतनी शक्तियां हैं कि वो बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें अपने राज्य की सीमा से बाहर निकाल सकती है. शक्ति तो केंद्र सरकार ने दे दी है लेकिन इच्छा शक्ति तो खुद दिखानी पड़ेगी.'' 


'घट रही आदिवासियों की संख्या'- बीजेपी का दावा


पार्टी ने आगे कहा, ''पूरे झारखंड और विशेष रूप से संथाल परगना में तेजी से घट रही आदिवासियों की संख्या आपके इसी घुसपैठिये प्रेम का परिणाम है. वोटबैंक के लिए घुसपैठियों की मेहमाननवाजी बंद करिये और आपकी सरकार के संरक्षण में जो घुसपैठिये आदिवासी संस्कृति को खत्म कर रहे हैं, उन्हें रोकिये.''


केंद्रीय राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर का जिक्र


इसके बाद जेएमएम ने कहा कि आपके केंद्रीय राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर की संलिप्तता पर कुछ बोलिये? आखिर कैसे बांग्लादेशी तस्करों के साथ इतनी बड़ी साँठ गाँठ है कि पास बनवाया जा रहा है?






दरअसल, तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर पर भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करों को पास जारी करने का आरोप लगाया है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता ने इस आरोप को खारिज किया है.


मोइत्रा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कथित तौर पर ठाकुर की हस्ताक्षरित एक पत्र की तस्वीर साझा की. आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री ने ‘‘तस्करों’’ के लिए ‘‘तीन किलोग्राम गोमांस’’ ले जाना सुगम बनाया था. 


इसके बाद ठाकुर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘कोई सिर्फ तीन किलोग्राम गोमांस की तस्करी ही क्यों करेगा? क्या यह बेतुका नहीं है? वह जानती हैं कि स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए सीमावर्ती इलाकों में ऐसे पास जारी किए जाते हैं. उन्होंने जानबूझकर यह तथ्य छिपाया है.’’


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