Jharkhand News: झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) को बड़ा झटका लगा है. पूर्वी सिंहभूम के बहरागोड़ा के पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी (Kunal Sarangi) ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. कुणाल षाड़ंगी ने बाबूलाल मरांडी को लिखें अपने इस्तीफा पत्र में पार्टी की नीति और सिद्धांतों पर कई तरह के सवाल उठाया है. कुणाल षाड़ंगी के इस्तीफे को लेकर अब झामुमो ने बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है.


झामुमो ने अपने सोशल मीडिया हैंडल 'एक्स' पर ट्वीट कर कहा कि "युवा विरोधी भाजपा (झाविमो) की पोल पूरी तरह से खुल गई है. इन्हें ना झारखंड से मतलब है ना यहां के युवाओं से, इन्हें बस किसी भी तरह से झारखंड की सत्ता चाहिए ताकि रिमोट कंट्रोल (असम, मध्य प्रदेश और दिल्ली वाले) से यहां के संपदा लूट अपने टेम्पो वाले मित्रों का खजाना भर सके."


कुणाल ने क्या कहा?
कुणाल का कहना है कि सिंहभूम के लोगों की समस्याओं को वह दूर करने में अपनी भूमिका नहीं निभा पा रहे हैं. कुणाल षाड़ंगी ने पत्र में लिखा कि "पिछले कई महीने से यह लग रहा था कि वह पूर्वी सिंहभूम जिले की बुनियादी समस्याओं से जुड़े विषयों और संगठन से जुड़े विषयों को पार्टी नेतृत्व तक पहुंचाया, लेकिन पार्टी उदासीन ही रही. मैंने प्रवक्ता पद से इस्तीफा दिया था तब यह लगा था कि पार्टी हमारी बातों पर संज्ञान लेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ."


उन्होंने कहा कि "जिले की कई बुनियादी सुविधाओं और विशेष तौर पर युवाओं के मुद्दों पर यहां से चुने हुए जन प्रतिनिधि हमेशा से मौन रहे हैं और संगठन के आंतरिक अनुशासन के प्रति भी कोई गंभीरता दिखाई नहीं देती है. इन परिस्थितियों में प्रदेश नेतृत्व के द्वारा कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया जाना दुर्भाग्यजनक है और मैं ऐसी कार्यप्रणाली से सहमत नहीं हूं और राजनीति में आने के मेरे मुख्य उद्देश्य के प्रति न्याय करने में असमर्थ हूं."


"पूर्वी सिंहभूम जिले की जनता के हित में यह आवश्यक है कि उनकी आवाज को जोरदार तरीके से बुलंद किया जाए ताकि उनके समस्याओं का उचित समाधान हो सके जो कि वर्तमान की परिस्थिति में बीजेपी में रह कर मुझे संभव प्रतीत नहीं होता है." बाबूलाल मरांडी को लिखे इस्तीफे की कॉपी कुणाल षाड़ंगी ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीएल संतोष और कर्मवीर सिंह को भी भेजी है. इससे पहले कुणाल षाड़ंगी ने बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता पद से इस्तीफा दिया था. झामुमो विधायक रहे कुणाल षाड़ंगी ने 2019 विधानसभा चुनाव से पहले झामुमो छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे.


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