प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को समन क्यों भेजा? यहां जानें पूरा मामला
Summon To Hemant Soren ईडी सीएम हेमंत सोरेन के राजनीतिक सहयोगी पंकज मिश्रा और दो अन्य को इस मामले में गिरफ्तार कर चुकी है. आइए हम आपको बताते हैं कि हेमंत सोरेन को समन क्यों भेजा गया है-
CM Hemant Soren News: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड में कथित अवैध खनन से जुड़े धन शोधन के एक मामले में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को तीन नवंबर को पूछताछ के लिए समन जारी किया है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. सोरेन (47) से गुरुवार को राज्य की राजधानी रांची में ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में उसके समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है. अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत सोरेन से पूछताछ करना चाहती है और उनका बयान दर्ज करना चाहती है.
ईडी ने इससे पहले सोरेन के राजनीतिक सहयोगी पंकज मिश्रा और दो अन्य को इस मामले में गिरफ्तार किया था. एजेंसी ने कहा है कि उसने यह ‘‘पता कर लिया’’ है कि राज्य में अवैध खनन से संबंधित अपराधों से मिले धन का लेन-देन किस माध्यम से किया गया. ईडी ने अवैध खनने और जबरन वसूली की कथित घटनाओं से जुड़े मामले में आठ जुलाई को मिश्रा और उनके कथित सहयोगियों से जुड़े परिसरों पर छापा मारा था, जिसके बाद मामले की जांच आरंभ हुई.
आइए हम आपको बताते हैं कि हेमंत सोरेन को समन क्यों भेजा गया है.
- सीएम के विशेष प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के अवैध खनन में शामिल होने का आरोप है.
- पंकज मिश्रा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुख्य आरोपी हैं और इस पर 42 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अर्जित करने का आरोप है.
- मिश्रा को 19 जुलाई गिरफ्तार किया गया था, वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है.
- पंकज मिश्रा व उसके सहयोगी अवैध खनन के मामले में जिले के अधिकारियों को सीएम का नाम लेकर ही डराते थे.
- साथ ही मुख्यमंत्री के राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल करते हुए अधिकारियों को कार्रवाई करने से रोका जाता था.
- साहिबगंज में छापेमारी के दौरान इडी को पंकज मिश्रा के घर से एक लिफाफा मिला था.
- इसमें मुख्यमंत्री के बैंक खाते से जुड़ा चेकबुक था.
- इसमें से दो चेकबुक हस्ताक्षरित थे, हालांकि इसमें राशि का उल्लेख नहीं किया गया था.
- अवैध खनन के मामले में गिरफ्तार प्रेम प्रकाश ने पूछताछ के दौरान अपने राजनीतिक संबंधों का भी उल्लेख किया था.
- मनी लाउंड्रिंग के आरोप में फंसी आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल को खान विभाग में पदस्थापित करने के कारणों के अलावा प्रेम प्रकाश के घर से मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा के लिए तैनात जवानों के नाम आवंटित दो एके-47 और 60 गोलियों का मिलना शामिल है.