Jharkhand: झारखंड के रांची (Ranchi) में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) और सत्तारूढ़ दलों के विधायकों के साथ बैठक खत्म हो गई है. सीएम सोरेन ने अपने पद से इस्तीफा नहीं देने का फैसला लिया है. बुधवार को विधायकों के साथ हुई बैठक में सोरेन ने यह निर्णय लिया. बैठक के बाद कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि मीटिंग में 43 विधायक थे और जो बात सामने आई है वो ये कि आज भी हेमंत सोरेन सीएम हैं और आने वाले दिनों में भी वो ही सीएम रहेंगे.


दरअसल ईडी की ओर से जमीन घोटाला मामले में सातवां समन मिलने के बाद से ही इस बात की चर्चा हो रही थी कि सोरेन इस्तीफा देंगे और अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को सीएम बनाएंगे. हालांकि, सोरेन ने इस्तीफा नहीं दिया. सोरेन ने साल 2019 में मुख्यमंत्री की शपथ ली थी. विधायकों के साथ बैठक से पहले सोरेन ने कहा था, "मेरी पत्नी के विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना, बीजेपी की कल्पना है." उन्होंने ने आगे कहा था, "बीजेपी झूठा विमर्श पेश कर रही है कि मैं सत्ता अपनी पत्नी को सौंप दूंगा."



सीएम सोरेन ने ईडी को जवाब भी भेजा


वहीं मंगलवार को हेमंत सोरेन ने रांची के जमीन घोटाले में ईडी के सातवें समन के जवाब में एक पत्र भेजा. उन्होंने ईडी से कहा है कि एजेंसी पहले यह स्पष्ट करे कि उन पर कौन से आरोप हैं, जिसके सिलसिले में उन्हें बार-बार समन भेजा जा रहा है. गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ईडी की ओर से मुख्यमंत्री को भेजे गए समन और सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के गांडेय से विधायक सरफराज अहमद के सोमवार को अचानक इस्तीफे के बाद यह अटकलें तेज हो गईं कि सोरेन भी इस्तीफा देंगे. बीजेपी की ओर से दावा किया जा रहा था कि हेमंत सोरेन इस्तीफा देंगे और उसके बाद उनकी पत्नी को सीएम बनाया जाएगा. इसके लिए गांडेय सीट से सोरेन की पत्नी चुनाव लड़ेंगी.


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