JMM MLAs Meeting Live: रांची में विधायकों की बैठक खत्म, हेमंत सोरेन बने रहेंगे सीएम
JMM MLAs Meeting Live Updates: झारखंड के रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर विधायकों की बैठक खत्म हो गई है. इससे जुड़े हर अपडेट के लिए ABP Live के साथ बने रहें.
सीएम हेमंत सोरेन के घर पर चल रही विधायकों की बैठक खत्म हो गई है.
रांची में हेमंत सोरेने की बैठक में JMM के 26, कांग्रेस के 15 विधायक शामिल हुए हैं. कांग्रेस के दो विधायक मीटिंग में नहीं पहुंचे. आरजेडी के एकमात्र विधायक भी इस बैठक का हिस्सा हैं.
रांची में सीएम आवास पर बैठक जारी है. 40-42 विधायक बैठक में शामिल हैं. सीएम हेमंत सोरेन बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं. कुछ नेता नहीं पहुंचे हैं जिन्होंने अपनी वजह बता दी है. सूत्रों के मुताबिक, कोई बड़ा एलान नहीं होगा. बस सभी सहगोयी दलों को एक लाइन पर लाने की कवायद है.
झारखंड की सत्ता को लेकर मची हलचल के बीच कांग्रेस विधायकों ने राज्य की सरकार के प्रति एकजुटता का संकल्प व्यक्त किया है. बुधवार दोपहर कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर की मौजूदगी में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. इस बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब हुए कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि झारखंड में गठबंधन की सरकार को लेकर कहीं कोई दिक्कत नहीं है.
झारखंड में विधायकों की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब झारखंड में ईडी की कार्रवाई हुई. ईडी के अधिकारियों ने झारखंड में कथित अवैध खनन में धन शोधन की जांच के तहत राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार, साहिबगंज जिले के अधिकारियों और एक पूर्व विधायक के परिसरों पर बुधवार को छापेमारी की. आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि झारखंड में कई स्थानों समेत राज्य की राजधानी रांची और राजस्थान में एक परिसर पर धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत केंद्रीय एजेंसी छापेमारी कर रही है. सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी के अधिकारी सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू, साहिबगंज के जिलाधिकारी, पूर्व विधायक पप्पू यादव, जेल विभाग के कुछ अधिकारियों और एक पुलिस कांस्टेबल के परिसरों की तलाशी ले रहे है.
झारखंड के बड़कागांव से कांग्रेस की विधायक अंबा प्रसाद ने कल्पना सोरेन पर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि जो निर्णय होगा वो मीटिंग के बाद जानकारी दी जाएगी. उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी के जरिए विपक्ष दलों को परेशान किया जा रहा है.
झारखंड में कल्पना सोरेन सीएम बन सकती हैं. कल्पना के सीएम बनने की सुगबुगाहट तेज हो गई है. कांग्रेस नेता इरफान अंसारी ने कहा कि कल्पना 'सीता', हेमंत सोरेन 'राम' हैं. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो 'माता सीता' को सीएम बनाएंगे.
झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक्स पर पोस्ट किया, "झारखंड के भाई बहनों की मेहनत और सपनों का कारोबार करने वाले हेमंत जी आपकी भ्रष्टाचारी पीठ पर लदे तरकश में अत्याचार के और कितने तीर शेष हैं?"
झारखंड में विधानसभा की कुल 81 सीटें हैं. एक सीट खाली है. सरकार बनाने के लिए 41 विधायकों का समर्थन चाहिए. हेमंत सोरेन के पास 48 विधायक हैं. इसमें जेएमएम के 29, कांग्रेस के 17, आरजेडी के एक और सीपीआई (एमएल) के एक विधायक शामिल है. विपक्ष में बीजेपी के पास 26, AJSU के पास तीन, निर्दलीय एक और एनसीपी के एक विधायक हैं.
एबीपी न्यूज़ से बातचीत में झारखंड के लातेहार से जेएमएम विधायक वैद्यनाथ राम का बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि जब राबड़ी देवी (बिहार) सरकार चला सकती हैं तो कल्पना सोरेन क्यों नहीं चला सकतीं. वे पढ़ी लिखी हैं, एलएलबी हैं.
झारखंड के रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर विधायकों की बैठक शुरू हो गई है. ईडी से सात समन मिलने के बाद सीएम सोरेन ने यह बैठक बुलाई है.
सीएम हेमंत सोरेन की ओर से बुलाई गई बैठक में पहुंची जेएमएम सांसद महुआ माजी ने कहा है कि जो भी है मीटिंग के बाद पता चलेगा. ईडी के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव है, इसलिए परेशान करते हैं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर विधायकों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. दशरथ गगरई और सुखराम उरांव पहुंचे गए हैं. इसके अलावा बेबी देवी और महुआ माजी भी बैठक में पहुंची हैं. कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल (अनूप सिंह) पहुंचे हैं.
बैकग्राउंड
Jharkhand JMM MLAs Meeting Live Updates: झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) नीत गठबंधन के विधायकों की बुधवार को बैठक शुरू हो गई है. यह बैठक रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर हो रही है. इसमें प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से जारी समन के बाद उत्पन्न हालात पर चर्चा कर रणनीति तैयार की जाएगी. लाभ के पद से जुड़े कथित भ्रष्टाचार के मामले में ईडी की ओर से समन भेजे जाने के बाद से सोरेन राजनीतिक विवादों में घिर गए हैं.
सोरेन ने केंद्र सरकार पर लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई राज्य सरकार को अस्थिर करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करने का आरोप लगाते हुए ईडी के पहले के छह समन को नजरअंदाज कर दिये. सातवां समन पिछले साल दिसंबर में जारी किया गया था. मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि ईडी के ताजा समन का जवाब देने की समयसीमा पांच जनवरी को समाप्त होगी.
इसके अलावा, चुनाव आयोग ने अगस्त 2022 में झारखंड के तत्कालीन राज्यपाल रमेश बैस को एक पत्र भेजा था. माना जाता है कि पत्र में सोरेन को विधायक के रूप में अयोग्य घोषित करने की सिफारिश की गई थी क्योंकि राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान उन्हें दिए गए खनन पट्टे का नवीनीकरण किया गया था. हालांकि, न तो बैस और न ही उनके उत्तराधिकारी सीपी राधाकृष्णन ने वह पत्र खोला.
झारखंड मुक्ति मोर्चा महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने गठबंधन दलों के मंत्रियों और विधायकों को लिखे गए पत्र में कहा है, ‘‘तीन जनवरी को शाम चार बजकर 30 मिनट पर मुख्यमंत्री आवास पर गठबंधन सहयोगियों के विधायकों की बैठक बुलाई गई है. कृपया बैठक में समय पर भागीदारी सुनिश्चित करें.’’
इसी बीच, सोरेन ने गांडेय विधानसभा सीट से पत्नी कल्पना सोरेन के चुनाव लड़ने के कयासों को खारिज करते हुए इसे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ‘कोरी कल्पना’ करार दिया. सोरेन ने कहा कि इन कयासों में कोई सच्चाई नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘मेरी पत्नी के निकट भविष्य में चुनाव लड़ने की संभावना पूरी तरह से बीजेपी की कोरी कल्पना है. उन्हें सत्ता सौंपने की अटकल बीजेपी द्वारा गलत विमर्श पेश करने के लिए फैलायी गयी है.’’
ईडी की ओर से हाल ही में मुख्यमंत्री को भेजे गए समन और सत्तारूढ़ झामुमो के गांडेय से विधायक सरफराज अहमद के सोमवार को अचानक इस्तीफे के बाद यह अटकलें तेज हो गईं कि गांडेय सीट से सोरेन की पत्नी चुनाव लड़ सकती हैं. विपक्षी बीजेपी ने दावा किया है कि अहमद को पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया ताकि ईडी की जांच से उत्पन्न किसी आपात स्थिति में मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन गांडेय सीट से चुनाव लड़ सकें.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -