Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के घोषणापत्र पर झामुमो की राज्यसभा सांसद और रांची से पार्टी प्रत्याशी महुआ माजी की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि इनपर (BJP) पर कोई भरोसा इसलिए नहीं करेगा क्योंकि झारखंड जब से बना है तब से लेकर आज तक 17-18 साल तक यहां बीजेपी की सरकार रही. उनके कई-कई मुख्यमंत्री भी रहे. इसके अलावा रांची में भी उनके(BJP) विधायक लगभग 30 साल तक रहे, सांसद रहे, पार्षद रहे, मेयर रहे, डिप्टी मेयर रहे. इसके बावजूद न झारखंड का विकास हुआ और न ही रांची का विकास हुआ.


सांसद माजी ने आगे कहा कि बीजेपी के कार्यकाल में महिलाओं की तस्करी अपने चरम पर थी. इसे हेमंत सोरेन ने रोकने का काम किया. केंद्र सरकार ने 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपये कोयले की रॉयल्टी का पैसे अभी तक सरकार को नहीं दिया. उनका मकसद ही नहीं है कि यहां के आदिवासी और लोगों के हित में काम किया जाए.



‘झारखंड में समान नागरिक संहिता लागू की जाएगी’
वहीं झारखंड बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पार्टी का घोषणापत्र जाने होने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 'संकल्प पत्र' जारी किया है जिसमें यह वादा किया गया है कि झारखंड में समान नागरिक संहिता लागू की जाएगी. उसमें आदिवासियों को अलग रखा जाएगा. 


बीजेपी के घोषणापत्र पर केंद्रीय मंत्री संजय सेठ की भी प्रतिक्रिया आई, उन्होंने कहा कि हम घोषणाएं नहीं करते बल्कि संकल्प लेते हैं. हम पार्टी मुख्यालय में बैठकर संकल्प नहीं लेते, पिछले 2 महीने से हमारे हजारों पार्टी कार्यकर्ता प्रत्येक ग्राम पंचायत में जाकर सभी की राय ले रहे थे कि झारखंड में क्या किया जाना चाहिए, भ्रष्टाचार कैसे खत्म किया जा सकता है, रोजगार कैसे बढ़ाए जा सकते हैं...यह संकल्प पीएम मोदी की गारंटी है. PM मोदी द्वारा दी गई गारंटी जमीन पर लागू होती है.


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