Kalpana Soren Blessings by Champai Soren: जेएमएम नेता हेमंत सोरेन ने गुरुवार (4 जुलाई) को झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. चंपई सोरेन के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद हेमंत सोरेन के नाम पर सहमति बनी और उन्होंने सीएम के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली. इससे पहले हेमंत सोरेन की पत्नी और गांडेय विधानसभा क्षेत्र की नवनिर्वाचित विधायक कल्पना सोरेन चंपई सोरेन का पैर छूकर आशीर्वाद लिया.


झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह के लिए झामुमो (JMM) नेता चंपई सोरेन रांची स्थित राजभवन पहुंचे थे. इसी दौरान कल्पना सोरेन ने उनसे आशीर्वाद लिया. हालांकि झारखंड के पूर्व सीएम और जेएमएम नेता चंपई सोरेन की अगली भूमिका क्या होगी, इस पर अभी तस्वीर साफ नहीं है. 






शपथग्रहण से पहले हेमंत सोरेन ने क्या कहा?


झारखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ से पहले जेएमएम नेता हेमंत सोरेन ने बीजेपी और केंद्र पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा, ''आज 4 जुलाई की तारीख है. 31 जनवरी के दिन इसी जगह पर मैंने आपको संदेश दिया था कि किस तरीके से मेरे विरुद्ध षड्यंत्र रचा गया और वो इसमें कामयाब भी हुए. 5 महीनों तक इन्होंने मुझे अलग-अलग तरीकों से लंबे समय तक जेल में रखने का प्रयास किया. हमने भी कानूनी लड़ाई का रास्ता अख्तियार किया. आप लोगों ने हमें भरपूर सहयोग दिया और अंत में न्याय के आदेश के अनुरुप मुझे पाक साफ करार देते हुए बरी किया''.


बेबुनियाद आरोपों में मुझे फंसाया गया- हेमंत सोरेन


हेमंत सोरेन ने आगे कहा,  ''2019 में आप सभी लोगों ने मुझे सेवा करने के लिए मौका दिया था लेकिन विरोधियों को ये पचा नहीं कि एक आदिवासी नौजवान कैसे इतने ऊंचे पद पर जा सकता है? अंतत: 31 जनवारी को बेबुनियाद आरोप झूठे मुकदमे, केस बनाकर मुझे मुख्यमंत्री पद से हटाया और मजबूर कर दिया लेकिन भगवान के घर में अंधेर नहीं रहता है. कहीं न कहीं आपलोगों की दुआ और आपलोगों का आशीर्वाद मिला''.


उन्होंने ये भी कहा, ''लोकसभा चुनाव में आपलोगों ने झारखंड एकता का जो परिचय दिया है, इसके लिए मैं सदा ऋणी रहूंगा. हम यहां के आदिवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक, गरीब, किसान और मजदूर की आवाज बनने का प्रयास किया है. लड़कर झारखंड लिया है. लेकिन ये लोग हमारे कदमों को रोकने के लिए एड़ी चोटी एक करके कुछ समय के लिए रोक पाए. अब मैं फिर से आपके सामने आ रहा हूं. आपका हक और अधिकार हरसंभव आप तक पहुंचाने के लिए मेरा प्रयास रहूंगा''.


उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहा, ''मेरा हर एक निर्णय यहां के आदिवासियों, दबे-कुचले शोषित वर्गों के लिए होगा. रूकी हुई गाड़ी को अब हम आगे बढ़ाएंगे. हम सबलोग गांव-गांव तक पहुंचेंगे. झारखंड रुकेगा नहीं, झारखंड झुकेगा नहीं''.


ये भी पढ़ें:


हेमंत सोरेन ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, तीसरी बार बने झारखंड के सीएम