Jharkhand Lok Sabha Elections: 'दिल्ली जाकर झारखंड के मुद्दों को भूल जाने वाले...', कल्पना सोरेन का BJP पर बड़ा हमला
Lok Sabha Elections 2024: झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने कहा कि इस बार दिल्ली जाकर झारखंड के मुद्दों को भूल जाने वाले और मौन धारण करने वालों को सबक सिखाने की जरूरत है.
![Jharkhand Lok Sabha Elections: 'दिल्ली जाकर झारखंड के मुद्दों को भूल जाने वाले...', कल्पना सोरेन का BJP पर बड़ा हमला Kalpana Soren Wife of Former CM Hemant Soren JMM Attack on BJP Amid Jharkhand Lok Sabha Elections Jharkhand Lok Sabha Elections: 'दिल्ली जाकर झारखंड के मुद्दों को भूल जाने वाले...', कल्पना सोरेन का BJP पर बड़ा हमला](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/05/14/064f13063eadc273742fc29ff6dd4bc41715707598495957_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Kalpana Soren on BJP: झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन ने एक बार फिर बीजेपी पर जमकर हमला बोला है. जेएमएम नेता कल्पना सोरेन ने कहा है कि लोकतंत्र और संविधान को बदलने की सोच रखने वाली तानाशाही ताकतों के खिलाफ इस बार जनता चुनाव लड़ रही है. जनता इन्हें सबक सिखाने के लिए इस बार कमर की पेटी बांधकर तैयार है.
कल्पना सोरेन मंगलवार (14 मई) को कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के तीसरी में इंडिया गठबंधन के तहत सीपीआई (एमएल) के प्रत्याशी विनोद सिंह के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रही थीं. इसी दौरान उन्होंने बीजेपी को तानाशाह करार देते हुए घेरा.
कल्पना सोरेन का बीजेपी पर हमला
हेमंत सोरेन की पत्नी और झारखंड मुक्ति मोर्चा की नेता कल्पना सोरेन ने लोगों से संसद में झारखंड की आवाज मजबूती से रखने वाले प्रतिनिधि भेजने की अपील की. उन्होंने कहा कि दिल्ली जाकर झारखंड के मुद्दों को भूल जाने वाले और मौन धारण करने वालों को सबक सिखाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि 13 मई को झारखंड की चार सीटों के चुनाव में जनता ने तानाशाही ताकतों को वोट की चोट देकर अपना आक्रोश दिखाया है.
झारखंड के संसाधनों पर बीजेपी की गिद्ध दृष्टि-कल्पना सोरेन
केंद्र की सरकार और बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड के संसाधनों पर उनकी गिद्ध दृष्टि है. कोयला-लोहा से लेकर दामोदर-बराकर तक का पानी का लाभ दूसरों को दिया जा रहा है. कोडरमा में अभ्रक उद्योग की बदहाली की चर्चा करते हुए उन्होंने इसके लिए स्थानीय सांसद और केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि इलाके में एक बड़ी आबादी अभ्रक खनन से जीवन-यापन करती है. लेकिन, कोई वैध खदान नहीं होने के कारण लोगों को बिचौलिए का सहारा लेकर काम करना पड़ता है.
कल्पना सोरेन ने आगे कहा कि खदान धंसने जैसी भी खबर हमारे सामने आती रहती है. लोगों ने कोडरमा से जिन जनप्रतिनिधियों को जिताया था, उन्होंने यहां के मुद्दों पर कभी काम नहीं किया. हेमंत सोरेन की सरकार ने इस समस्या को सुलझाने का प्रयास किया था. सही तरीके से अभ्रक खनन शुरु करवाने के लिए फेडरेशन बनाया था.
ये भी पढ़ें:
BJP सांसद जयंत सिन्हा के बेटे आशिर सिन्हा ने थामा कांग्रेस का 'हाथ', दादा रहे हैं केंद्रीय मंत्री
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![अनिल चमड़िया](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/4baddd0e52bfe72802d9f1be015c414b.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)