Air India, Ratan Tata and Jamshedpur: एयर इंडिया खरीदने वाले रतन टाटा का जमशेदपुर से क्या है भावनात्मक और व्यापारिक रिश्ता? जानें- पूरी स्टोरी
देशभर में जमशेदपुर को टाटानगर कहा जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि रतन टाटा की पीढ़ियों की वजह से ही इस जगह की नींव रखी गयी. आइये आपको बताते हैं कि रतन टाटा का जमशेदपुर से क्या रिश्ता है.
Air India, Ratan Tata and Jamshedpur: जैसा की आपको पता ही होगा कि क़र्ज़ में डूबी एयर इंडिया को टाटा समूह ने अपने अधिग्रहण में ले लिया है. दरअसल, एक तरह से एयर इंडिया की घरवापसी हुई है. लेकिन इस दौरान आपसे सवाल है कि क्या आपको पता है कि रतन टाटा का जमशेदपुर से क्या भावनात्मक और व्यापारिक रिश्ता है. नहीं न, आइये आपको बताते हैं.
क्यों कहा जाता है जमशेदपुर को टाटानगर?
अक्सर हम देखते हैं कि किसी जगह की पहचान वहां रहने वाली महान हस्ती के रूप में की जाती है इसी तरह देशभर में जमशेदपुर को टाटानगर कहा जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि रतन टाटा के पूर्वजों की वजह से ही इसका नाम टाटानगर है.
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टाटा ने जब याद की अपनी पहली जमशेदपुर की यात्रा
जमशेदपुर की अपनी पहली यात्रा को याद करते हुए उन्होंने जुलाई, 2020 में इन्स्टाग्राम पर एक पोस्ट लिखी थी.रतन टाटा कॉलेज से उस दिन छुट्टी पर थे और तब ही उन्होंने स्टील सिटी का दौरा भी किया. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि- “मुझे याद है जब मैं पहली बार जमशेदपुर गया था, जब मैं कॉलेज से छुट्टी पर था. मिस्टर आर जी दा कोस्टा और जे डी चोकशी ने मुझे टेल्को प्लांट का दौरा करने और प्लांट के चारों ओर घूमने के लिए इनवाइट किया. यह यात्रा टाटा स्टील कंपनी में काम शुरू करने से बहुत पहले की थी, जमशेदपुर के विरासत शहर के साथ मेरी पहली बातचीत,
जमशेदजी टाटा हैं संस्थापक
टाटानगर की स्थापना 1907 में जमशेदजी टाटा ने की थी. जमशेदजी टाटा का सपना साकार करते हुए उनके बड़े बेटे सर दोराबजी टाटा ने पहले टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी की नींव रखी जो कि अब टाटा स्टील है. जब 1919 में भारत के गर्वनर जनरल वायसराय लार्ड चेम्सफोर्ड यहां पहुंचे तो उन्होंने जमशेद जी नौसेरवा जी टाटा के नाम पर जमशेदपुर और कालीमाटी स्टेशन का नाम बदलकर टाटानगर रखा.
कालीमाटी स्टेशन अब टाटानगर स्टेशन है
इससे पहले टाटा कंपनी की नींव साकची नाम गांव में रखी गई थी. इशके लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर हावड़ा-मुंबई रेलमार्ग गुजरती थी. जिसका पहले नाम कालीमाटी था, जिसे वर्ष 1907 में तैयार किया गया था. उस वक्त का छोटा सा कालीमाटी स्टेशन अब टाटानगर स्टेशन बन चुका है.
आपको बता दें कि एयर इंडिया की कमान 68 साल बाद फिर से टाटा ग्रुप के पास है इसके लिए सबसे ज्यादा बोली टाटा ग्रुप ने लगाई थी. टाटा ग्रुप ने 18 हजार करोड़ रुपए में एयर इंडिया को खरीदा है.
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