Jharkhand News: झारखंड के कोडरमा (Koderma) में एक इमाम की हत्या के बाद आजाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) ने जमशेदपुर में प्रदर्शन किया. ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं कि बाइक से मामूली टक्कर होने के बाद इमाम की मॉब लिंचिंग कर दी गई. इस मुद्दे पर आजाद समाज पार्टी चीफ चंद्रशेखर आजाद (Chandra Shekhar Azad) ने कार्रवाई की मांग की है. चंद्रशेखर ने मृतक के परिवार के लिए सरकारी नौकरी की भी मांग की है. 


चंद्रशेखर आजाद ने प्रदर्शन से जुड़ी तस्वीर 'एक्स' पर शेयर करते हुए लिखा, '' झारखंड के कोडरमा ज़िले में मस्जिद के इमाम मौलाना शहाबुद्दीन जी की मॉब लीचिंग कर हत्या करने की घटना दुःखद तो है है साथ ही दंडनीय भी है. अभी इस घटना के विरोध में आजाद समाज पार्टी की जमशेदपुर यूनिट द्वारा  प्रदर्शन किया गया है, अगर न्याय नहीं मिला तो हम पूरे प्रदेश में न्याय दिलाने के लिए विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे.''


भारतीय न्याय संहिता की इस धारा के तहत कार्रवाई की मांग
आजाद ने आगे कहा, ''मैं झारखंड के सीएम  से मांग करता हूं कि इस लिंचिंग में शामिल दोषियों को सख्त सज़ा दिलाए और मृतक मौलाना शहाबुद्दीन जी के परिजनों को ₹50 लाख मुआवज़ा आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाए. एक जुलाई 2024 को 'भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023' कानून पूरे देश में लागू हुआ है. झारखंड सीएम को  कोडरमा मॉब लिंचिंग में जान गंवाने वाले मरहूम मौलाना शहाबुद्दीन के दोषियों के विरुद्ध #BNS की धारा 103 (2) के तहत ही कारवाई करें.''






किया जा रहा है यह दावा
ऐसा दावा किया जा रहा है कि शहाबुद्दीन की बाइक से अनिता देवी नाम की महिला की टक्कर हो गई थी. अनिता देवी को चोट आ गई थी. इसके बाद स्थानीय लोग वहां जुटे और उन्हें शहाबुद्दीन को लाठियों से पीटना शुरू कर दिया. उधर, एआईएमआईएम ने भी गंभीर आरोप  लगाए हैं. उसने भी कार्रवाई की मांग की है. हालांकि पुलिस ने मॉब लिंचिंग के एंगल से इनकार कर दिया है.


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